उप-मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडलीय उपसमिति की बैठक
पोस्ट कोड 916, 977 के सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रदान करने की सिफारिश मंत्रिमंडल की बैठक में लिया जाएगा अंतिम फैसलाउप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में आज यहां हुई मंत्रिमंडलीय उपसमिति की बैठक में हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग (पूर्ववत हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग) द्वारा पोस्ट कोड 916 फायरमैन और पोस्ट कोड 977 मार्केट सुपरवाइजर के सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रदान करने की सिफारिश की गई। उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि इस संबंध में मंत्रिमंडल की बैठक में अंतिम फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन पदों का परिणाम घोषित किया जा चुका है और अब सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति प्रदान करने की संस्तुति की गई है। बैठक में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चैहान, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी, आयुष मंत्री यादवेंद्र गोमा, सचिव कार्मिक एम.सुधा देवी, विधि सचिव शरद कुमार लग्वाल, एडीजी विजिलेंस सतवंत अटवाल त्रिवेदी, डीआईजी विजिलेंस राहुल नाथ और हिमाचल प्रदेश राज्य चयन आयोग हमीरपुर के सचिव डाॅ. विक्रम महाजन उपस्थित रहे।.0.
उप मुख्यमंत्री ने किया राज्य स्तरीय अंडर 19 (बालक वर्ग ) प्रतियोगिता का शुभारंभ
ऊना, 15 अक्तूबर। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज (मंगलवार) को राज्य स्तरीय अंडर 19 (बालक वर्ग) प्रतियोगिता का राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (बाल) ऊना में शुभारंभ किया। इस प्रतियोगिता में राज्य के सभी जिलों (लाहौल स्पीति को छोड़कर) और 5 स्पोर्ट्स होस्टल -नादौन, पपरोला, रोहडू, सुंदरनगर व ऊना के कुल 730 छात्र भाग ले रहे हैं। इस चार दिवसीय प्रतियोगिता में फुटबॉल, हॉकी, बास्केटबॉल और हैंडबॉल की प्रतियोगिताएं होंगी। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने खिलाडियों के मार्च पास्ट की सलामी ली। कार्यक्रम में स्कूली छात्र-छात्राओं ने रंगारग सस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये।
शिक्षा क्षेत्र पर खर्चे जा रहे 9800 करोड़ उपमुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में सभी खलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए आशा जताई की वे आने वाले समय में खेल जगत में अपनी उपलब्धियों से प्रदेश और देश का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार शिक्षा के क्षेत्र में व्यापक बदलाव के लिए प्रयासरत है। प्रदेश में स्कूलों की संख्या बढ़ाने की बजाय गुणवतायुक्त और जीवनोपयोगी शिक्षा पर ध्यान केन्द्रित किया गया है। इसी मकसद से सरकार ने पिछले साल की तुलना में इस बार शिक्षा बजट में 1 हजार करोड़ की बढोतरी की है। प्रदेश में इस बार शिक्षा क्षेत्र के सुदृढी़करण पर लगभग 9800 करोड़ व्यय किये जा रहे हैं।
बीजेपी नेताओं को नसीहत श्री अग्निहोत्री ने प्रदेश के आर्थिक दिवालिया होने की अफवाहें फैलाने वाले बीजेपी नेताओं को नसीहत देते हुए कहा कि उनको यह पता होना चाहिए कि सरकार ने अकेेले शिक्षा क्षेत्र में ही जब इतनी बड़ी बढोतरी की है, तो यह प्रदेश की मजबूत आर्थिक स्थिति की ही बानगी है। उन्होेंने कहा कि प्रदेश में कुछ स्कूलों के बंद किए जाने पर स्पष्ट किया कि सरकार ने ऐसे स्कूलों को बन्द किया है जिनमें बच्चों की जीरो एडमिशन है। उन्होंने कहा कि जहां जरूरत होगी नए स्कूल खोले जाएंगे। ऊना विधान सभा क्षेत्र के बसदेहड़ा में कॉलेज खोलने की प्रतिबद्धता दोहराई।
हर विधानसभा क्षेत्र में खुलेगा राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के प्रदेश के हर विधान सभा क्षेत्र में एक राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल खोल रही है। पहले चरण में प्रदेश में 18 डे बोर्डिंग स्कूलांे को मंजूरी दी गई है, इनमें 8 लगभग बन कर तैयार होने को हैं।
खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों में 3 प्रतिशत कोटा उन्होंने इस पर प्रसन्नता जताई कि आज खेलों को लेकर समाज के दृष्टिकोण में बदलाव आया है। अब बच्चे शिक्षा के साथ साथ खेलों में भी आगे बढ़ रहे हैं। इससे एक नई खेल संस्कृति बलवती हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने खेलों में पदक विजेताओं और प्रदेश व देश का नाम ऊंचा करने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियों में 3 प्रतिशत कोटे का प्रावधान किया है। इसके अलावा खिलाड़ियों को सम्मान राशि में भी बढ़ोतरी की गई है। पैरालंपिक में रजत पदक जीतने वाले ऊना के अंब के निषाद कुमार को सरकार ने 3 करोड़ रुपये की सम्मान राशि प्रदान की है। इस दौरान सहायक निदेशक शारीरिक शिक्षा तिलक सिंह ने खेल सम्बंधी ब्यौरा दिया व उप मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उप निदेशक उच्च शिक्षा ऊना राजेंद्र कौशल ने मुख्यअतिथि का स्वागत किया। इस अवसर पर ऊना विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव अशोक ठाकुर, पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह, प्रधानाचार्य सुरेंद्र कौंडल, उप निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा सोम पाल धीमान व अन्य गण मन उपस्थित रहे।.0.
उपमुख्यमंत्री ने हरोली विस में किए 10.20 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास विद्युत मंडल के वरिष्ठ अधिशासी अभियंता कार्यालय का किया लोकार्पण
ऊना, 15 अक्तूबर। हरोली विधानसभा क्षेत्र में विकास की गति को नए आयाम देते हुए उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने मंगलवार को 10.20 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास किए। इसमें हरोली में नव स्थापित विद्युत मंडल के वरिष्ठ अधिशासी अभियंता कार्यालय का लोकार्पण शामिल है जिससे क्षेत्र की लगभग 44,000 आबादी को सीधा लाभ पहुंचेगा। इसके अलावा उप मुख्यमंत्री ने लोक निर्माण विभाग के उपमंडल टाहलीवाल में सहायक अभियन्ता कार्यालय का लोकार्पण भी किया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने 4.64 करोड़ रुपये की लागत से हरोली खड्ड पर पंजावर-बाथड़ी लिंक रोड पर 36 मीटर लंबे पुल का भूमि पूजन किया। इसके साथ ही 3.82 करोड़ रुपये की लागत से चंदपुर खड्ड पर एक अन्य पुल का भूमि पूजन और 1.73 करोड़ रुपये की लागत से चंदपुर खड्ड पर बने 34.55 मीटर लंबे आरसीसी पुल का लोकार्पण भी किया गया।
पूर्ण विकसित हरोली है लक्ष्य हरोली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हरोली विधानसभा क्षेत्र अब प्रदेश में प्रगति का एक आदर्श मॉडल बन चुका है। हम हरोली को आने वाली पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए तैयार कर रहे हैं, जहां स्थायी और समग्र विकास का मेल होगा। विकास की यह यात्रा बिना किसी भेदभाव के जारी है और हम इसे व्यापक जन सहयोग से आगे भी जारी रखेंगे। उपमुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि हरोली में जलशक्ति विभाग की 28 करोड़ रुपये की 4 महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर कार्य तेजी से चल रहा है। इनमें पूबोवाल, बालीवाल, हरोली और नगनोली की जल योजनाएं शामिल हैं। हरोली में पानी की योजना 6 महीनों के रिकॉर्ड समय में पूरी कर चालू की गई है, जबकि हरोली-पंजावर के लिए 10 करोड़ रुपये की एक और परियोजना प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि हरोली में जल्द ही 5 करोड़ रुपये की लागत से एक ऑटोमेटिक वाहन परीक्षण केंद्र स्थापित किया जाएगा, जहां कंप्यूटराइज्ड वाहन टेस्टिंग की सुविधा उपलब्ध होगी। इसके अतिरिक्त 8 करोड़ रुपये की लागत से ट्रैफिक पार्क और 7 करोड़ रुपये से एक विश्राम गृह का निर्माण कार्य भी तेजी से हो रहा है। उन्होने कहा कि हरोली में जल्द ही बस डिपो भी खोला जाएगा।
शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में नए आयाम श्री अग्निहोत्री ने कहा कि हरोली क्षेत्र में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं में भी निरंतर सुधार हो रहा है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हरोली के 100 बिस्तरों वाले अस्पताल में विशेषज्ञ सेवाओं के लिए 11 नए डॉक्टरों की नियुक्ति की जाएगी। साथ ही एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड मशीनें भी उपलब्ध कराई गई हैं। हरोली में डॉ. सिम्मी अग्निहोत्री राजकीय पीजी कॉलेज का भवन भी लगभग तैयार हो चुका है और अगले शैक्षणिक सत्र से एमए और प्रोफेशनल कोर्सेज की कक्षाएं भी शुरू होंगी। इसके अलावा उपमुख्यमंत्री ने कहा कि रामपुर में सोमभद्रा पुल के समीप एक पुलिस चेक पोस्ट खोली जाएगी, जिससे सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ होगी। इसके साथ ही पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पुल के पास एक बड़ा राष्ट्रीय ध्वज स्थापित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, पुल के आस-पास चाट-पकौड़ी जैसे खानपान की सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कुछ प्रतिष्ठानों को लाइसेंस जारी किए जाएंगे। इससे स्थानीय व्यवसायों को बढ़ावा मिलेगा और पर्यटकों के लिए आकर्षक सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
भेदभाव रहित विकास कार्यों पर जोर उपमुख्यमंत्री ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष विकास कार्यों को दलगत राजनीति के चश्मे से देखता है, जबकि कांग्रेस हर क्षेत्र और हर व्यक्ति के कल्याण के लिए कार्य करती है। उन्होंने कहा कि हम दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करते हैं, जिसका प्रमाण हर चुनाव में हमारी बढ़ती वोटों की संख्या है। विद्युत बोर्ड के हमीरपुर जोन के मुख्य अभियंता पंकज शर्मा ने विद्युत मंडल की कार्यप्रणाली और इसके लाभों से सबको अवगत कराया। कार्यक्रम में ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्ष विनोद कुमार बिट्टू ने उपमुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए अपने विचार रखे। इस अवसर पर उपायुक्त जतिन लाल, पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह, प्रदेश कांग्रेस सचिव अशोक ठाकुर, कांग्रेस नेता सतीश बिट्टू, विरेंद्र मनकोटिया, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग ऊना हर्ष पुरी, अधीक्षण अभियंता विद्युत बलराज सांगड़, डीएफओ सुशील कुमार, एसडीएम हरोली विशाल शर्मा, ग्राम पंचायत हरोली की प्रधान रमन कुमारी, धर्मपुर की प्रधान सुभद्रा चौधरी, हरोली औद्योगिक संघ के प्रधान राकेश कौशल सहित कांग्रेस पार्टी अन्य पदाधिकारी, पंचायती राज संस्थानों प्रतिनिधि तथा स्थानीय जनता उपस्थित रहे। .0.
उपमुख्यमंत्री ने कुल्लू में 18.20 करोड़ की पेयजल योजनाएं की लोकार्पित
6 पंचायतों की 11 हजार की जनसंख्या होगी लाभान्वित
जल शक्ति विभाग की चल रही परियोजनाओं के लिए 3 करोड़ की घोषणा
कुल्लू, 14 अक्तूबर। उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज कुल्लू प्रवास के दौरान सुमा में लगभग 18 करोड़ 20 लाख रूपये की लागत से निर्मित जलशक्ति विभाग की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण कर उन्हें क्षेत्र की जनता को समर्पित किया। उन्होंने पीज फाटी की करीब 16 करोड़ 70 लाख रूपये की लागत से निर्मित उठाऊ पेयजल योजना का उद्घाटन किया, इससे फाटी, पीज व भुमतीर के गांवों के लगभग 8050 लोगों को पेयजल उपलब्ध होगा।
उन्होंने 1 करोड़ 50 लाख रूपये की लागत से उठाऊ पेयजल योजना का भी उद्घाटन किया। इस पेयजल योजना से ग्राम पंचायत डुगीलग के सुमा, छुरला, धाराबाग व भालठा गांवों की करीब 3000 आबादी लाभांवित होगी। इससे दूर-दराज के इलाकों में पानी की समस्याओं से निजात मिलेगी।
इस मौके पर उप मुख्यमंत्री ने सुमा में आयोजित जनसभा में कहा कि विभाग की ओर से कुल्लू में पेयजल की 708 योजनाएं पूरी कर दी गई है और 111 पर काम चल रहा है। सिंचाई की 89 योजनाएं पूर्ण हो चुकी हैं और 49 योजनाओं पर काम चल रहा है। बाढ़ नियंत्रण की 29 योजनाएं पूर्ण हो चुकी है और 7 योजनाओं पर काम चल रहा है। मल निकासी की 4 योजनाएं पूर्ण कर ली गई है और 5 योजनाओं पर काम चल रहा है। उन्होंने कुल्लू क्षेत्र की जल शक्ति विभाग की चल रही योजनाओं के लिए तीन करोड़ जारी करने की घोषणा की।
उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि कुल्लू में नाबार्ड में 187 करोड़ की 38 पेयजल योजनाओं की स्वीकृत प्राप्त हुई है इनमें से 5 योजनाएं पूर्ण कर ली गई है वह 33 पर कार्य प्रकृति पर है। इस वर्ष 2024- 25 में कुल्लू जिले में विभिन्न पेयजल सिंचाई व मल निकासी योजनाओं पर कुल 38 करोड रुपए खर्च किए जा रहे हैं।
इसके अतिरिक्त बाढ़ नियंत्रण के तहत इस वर्ष कुल्लू जिला की 24 योजनाएं मंजूर हुई हैं। जिन पर कुल 158 करोड रुपए खर्च किए जा रहे हैं इसके तहत व्यास नदी के किनारे तटीकरण किया जाएगा। 158 करोड़ में से कुल्लू विधानसभा क्षेत्र में 68 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त भुंतर शहर के लिए 24 घंटे पेयजल आपूर्ति योजना मंजूर की गई है जिस पर 22 करोड रुपए खर्च किए जा रहे हैं ।
कार्यक्रम में मुख्य संसदीय सचिव सुंदर सिंह ठाकुर ने उपमुख्यमंत्री का आभार जताते हुए जनता को संबोधित किया।
इससे पूर्व उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कुल्लू भुट्टी चौक से पथ परिवहन की दो बसों की विधिवत पूजा अर्चना करके हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर उन्होंने कुल्लू से बुआई वाया बागन बस में लगभग तीन किलोमीटर का सफ़र किया।
इस दौरान मुख्य संसदीय सचिव सुन्दर सिंह ठाकुर, उपाध्यक्ष प्रदेश कांग्रेस कमेटी बुद्धि सिंह ठाकुर, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सेस राम आजाद, जलशक्ति विभाग व परिवहन निगम के अधिकारी वह अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
जयसिंहपुर में पेयजल योजनाओं पर व्यय हो रहे 300 करोड़ रूपये: अग्निहोत्री
जयसिंहपुर में बनेगा नया बस अड्डा, जल शक्ति का विश्राम गृह बनाने की घोषणा
कला तथा संस्कृति के संरक्षण को उठाए जाएंगे कारगर कदम
13 अक्तूबर। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने जयसिंहपुर में बीते कल शनिवार शाम को राज्य स्तरीय दशहरा उत्सव के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जयसिंहपुर विधानसभा क्षेत्र में लगभग 300 करोड़ रुपए पेयजल की विभिन्न परियोजनाओं पर खर्च कर रहे हैं । उन्होने कहा अभी पिछले दिनों पंचरुखी में पानी की योजना के लिए 36 करोड रुपए दिया है इसके इलावा सिंचाई की दो नई योजनाएं लगभग 8-8 करोड रुपए की भी स्वीकृत किया है ताकि किसानों को खेतीबाड़ी के लिए प्रचुर मात्रा में पानी उपलब्ध हो सके। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जयसिंहपुर में जल शक्ति विभाग का विश्राम गृह भी निर्मित किया जाएगा इस के लिए भी विभागीय अधिकारियों को औपचारिकताएं पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।’जयसिंहपुर में बनेगा नया बस अड्डा’उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जयसिंहपुर में नया बस अड्डा का निर्माण किया जाएगा ताकि इस के लिए दो करोड़ की राशि व्यय की जाएगी तथा बस अड्डे निर्माण तीव्र गति से किया जाएगा ताकि यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सके। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जयसिंहपुर से वोल्वो बस सेवा भी आरंभ की जाएगी।हिमाचल की कला तथा संस्कृति के संरक्षण को उठाए जाएंगे कारगर कदमउपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल में कला तथा संस्कृति के संवर्धन तथा संरक्षण के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं तथा हिमाचली कलाकारों को उत्सवों के माध्यम से प्राथमिकता के आधार पर मंच उपलब्ध करवाया जाएगा इस के लिए साथ पुरातन कला को संरक्षित करने के लिए भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।इस अवसर पर आयुष मंत्री यादविंदर गोमा, डॉ आस्था अग्निहोत्री, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष महेश्वर चैहान, ट्रांसपोर्ट बीओडी के सदस्य धर्मवीर धामी व एसडीएम संजीव ठाकुर सहित विभिन्न गणमान्य लोग उपस्थित थे।.0.
उप-मुख्यमंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से भेंट की
बल्क ड्रग पार्क के लिए अतिरिक्त राशि का किया आग्रह
शिमला 06 अक्तूबर, 2024 उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने दिल्ली में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा से भेंट कर हरोली विधानसभा क्षेत्र में बनने वाले बल्क ड्रग पार्क की प्रगति के बारे में चर्चा की।उन्होंने केंद्रीय मंत्री को बल्क ड्रग पार्क के लिए अतिरिक्त राशि की आवश्यकता के सम्बंध में अवगत करवाया। उप-मुख्यमंत्री ने ऊना में प्रस्तावित पीजीआई सैटेलाइट सेंटर के निर्माण को गति देने का भी आग्रह किया और प्रदेश सरकार द्वारा हर सम्भव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से ऊना जिला में मेडिकल कालेज खोलने का भी आग्रह किया।केंद्रीय मंत्री ने राज्य को हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।.0.
उप मुख्यमंत्री ने एचआरटीसी के संग्रहालय एवं वाल ऑफ हॉनर का किया शुभारंभ
स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य पर निगम द्वारा 12 अक्टूबर को भव्य समारोह का होगा आयोजन
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज हिमाचल पथ परिवहन निगम के 50 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य पर पुराना बस अड्डा शिमला में स्थित हिमाचल पथ परिवहन निगम के मुख्य कार्यालय में निर्मित संग्रहालय एवं वाल ऑफ हॉनर का लोकार्पण किया। इस अवसर उन्होंने कहा कि वाल ऑफ हॉनर के माध्यम से हम यहाँ पर हिमाचल पथ परिवहन निगम के सफर को जान सकेंगे। उन्होंने बताया कि 1974 से लेकर अब तक के फैसलों एवं अवार्ड्स अंकित किया गया है। इसके साथ-साथ हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों के मॉडल को भी अलग अलग स्थानों पर दर्शाया जा रहा है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश को निगम के 50 वर्ष पूर्ण होने पर गर्व होना चाहिए। निगम की बसों की सेवाएं दुर्गम क्षेत्रों तक है और लोगों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचती है। हमारे बसों के ड्राइवर सबसे अचे अनुभवी है। उन्होंने कहा कि स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य पर निगम द्वारा 12 अक्टूबर होटल पीटरहॉफ को भव्य समारोह आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि निगम के बड़े में इस समय लगभग 3000 हजार बसों का फ्लीट है। प्रदेश में रेलवे एवं हवाई यात्रा कम होने से हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों का सफर महत्वपूर्ण हो जाता है।
एचआरटीसी को व्यापारिक नजरिये से नहीं, सामाजिक सरोकार की दृष्टि से देखने की आवश्यकता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम को व्यापारिक नजरिये से नहीं देख सकते बल्कि सामाजिक सरोकार की दृष्टि से देखने की आवश्यकता है। हिमाचल पथ परिवहन निगम प्रदेश के 70 लाख लोगों की लाइफ लाइन है। हमारे निगम की बसे दिन रात लोगों को सेवाएं दे रही है। रात्रि सेवाओं का असली राजा तो एचआरटीसी ही है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में इस समय 94 प्रतिशत रूट हिमाचल पथ परिवहन निगम घाटे के रूट चला रही है परंतु जनसेवा की भावना से कार्य करते हुए घाटे के बावजूद निगम की बसें प्रदेश के लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा सके।
प्रतिदिन 50 लाख की सब्सिडी दे रही एचआरटीसी
हिमाचल पथ परिवहन निगम प्रत्येक दिन रियायती सफर पर लगभग 50 लाख रुपये की सब्सिडी दे रही है जिससे 27 श्रेणियां लाभान्वित हो रही हैं। निगम के कर्मचारियों एवं पेंशनरों को 08 महीने से समय पर सैलरी एवं पेंशन देने के प्रयास किये जा रहे है। निगम के कर्मचारी इसके सुदृढ़ीकरण पर दिन रात मेहनत कर रहे है जिससे आय में भी इजाफा देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हिमाचल पथ परिवहन निगम के ड्रिवेरों एवं कंडक्टरों के लिए रहने सहने के अच्छे प्रबंध किये जायेंगे जिसके लिए एग्रीमेंट किया जा चूका है।
सरकार जल्द खरीदेगी 300 नई बसें उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक स्थिति अनुसार बसों को डिज़ाइन करवाया जाएगा। सरकार जल्द ही 300 नई बसों की खरीद करने जा रही है जिसके लिए टेंडर हो चुका है। इसके साथ-साथ वॉल्वो बसों का सारा फ्लीट भी बदलने के प्रयास किए जा रहे है। इस समय निगम के बड़े में 24 वॉल्वो बसें है। इस अवसर पर हिमाचल पथ परिवहन निगम प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर सहित निगम के उच्च अधिकारीगण एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। -०-
हिमाचल के मंदिरों में डिजिटल सेवाओं के विस्तार के लिए बनेगी राज्यव्यापी नीति : उपमुख्यमंत्री
बोले..सरकारी सेवाओं की पहुंच बढ़ाने में डिजिटल प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण
ऊना, 1 अक्तूबर. उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने मंगलवार को कहा कि राज्य में डिजिटल प्रौद्योगिकी के व्यापक उपयोग से सरकारी सेवाओं को अधिक सुगम और प्रभावी बनाया जाएगा। उन्होंने डिजिटल प्रौद्योगिकी के माध्यम से मंदिरों में दर्शन, दान और अन्य सेवाओं की व्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए एक राज्यव्यापी नीति तैयार करने के निर्देश दिए। उपमुख्यमंत्री मंगलवार को ऊना के पालकवाह स्थित कौशल विकास केंद्र के सभागार में डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग के सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए बोल रहे थे। यह एक दिवसीय सम्मेलन डिजिटल प्रौद्योगिकी के माध्यम से रोजगार सृजन तथा तकनीक को लोगों के करीब लाने और प्रदेश में सार्वजनिक सेवाओं में व्यापक सुधार व उनकी पहुंच बढ़ाने पर केंद्रित था। इसमें नागरिक-केंद्रित डिजिटल एप्लिकेशनों और उभरती तकनीकों को समझने तथा समग्र विकास में उनके उपयोग को लेकर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। शुभारंभ सत्र में डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग के सचिव डॉ. अभिषेक जैन, आईआईआई ऊना के निदेशक प्रो. मनीष गौर, बजाज फाइनेंस के मुख्य सूचना एवं तकनीकी अधिकारी अनुराग जैन, डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग के निदेशक डॉ. निपुण जिंदल, उपायुक्त जतिन लाल,डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग के अतिरिक्त निदेशक राजीव कुमार, संयुक्त निदेशक अनिल सेमवाल सहित विभाग के अन्य अधिकारी, सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र के विशेषज्ञ, हरोली इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश कौशल सहित विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधियों, विभिन्न विभागों के अधिकारियों, उद्यमियों, शिक्षण संस्थानों के बच्चों, लोक मित्र केंद्रों के संचालकों समेत अन्य लोगों ने भाग लिया।
डिजिटल प्रौद्योगिकी के सदुपयोग पर बल उपमुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में विभाग को प्रदेश के मंदिरों में दर्शन, दान और अन्य सेवाओं की व्यवस्था को सुदृढ़ करने मेें डिजिटल प्रौद्योगिकी के उपयोग को लेकर राज्यव्यापी नीति तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हिमाचल में विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ एवं ऐतिहासिक मंदिर हैं। डिजिटल माध्यम से मंदिर दर्शन और डोनेशन की व्यवस्था बनाने समेत प्रदेश के लिए एकरूप डिजिटल व्यवस्था बनाने की दिशा में काम करें। उन्होंने शासन व्यवस्था को और बेहतर बनाने में डिजिटल प्रौद्योगिकी के सदुपयोग पर बल दिया है। साथ ही सार्वजनिक सेवाओं की पहुंच बढ़ाने और रोजगार सृजन में तकनीक के बेहतर इस्तेमाल पर फोकस करने को कहा। ड्रोन प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में क्रांति के लिए करें समन्वित प्रयास
ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग में आत्मनिर्भर बनने के लिए करना होगा काम उपमुख्यमंत्री ने ड्रोन प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचार लाने और इसे ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाने के लिए समन्वित प्रयासों की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि ड्रोन के जरिए दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को आवश्यक सेवाएं जैसे दवाओं की सप्लाई तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए, लेकिन इस दिशा में अभी और काम की आवश्यकता है। उपमुख्यमंत्री ने इस बात पर चिंता जताई कि भारत में फिलहाल ड्रोन का निर्माण नहीं हो रहा और अधिकतर ड्रोन चीन से आयात किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमें ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग की दिशा में तेजी से काम करना चाहिए ताकि हम आत्मनिर्भर बन सकें। साथ ही बच्चों के लिए ड्रोन पायलट का प्रशिक्षण देने पर ध्यान देना होगा। उन्होंने ट्रिपल आईटी ऊना को अपने वहां बच्चों के लिए ड्रोन पायलट ट्रेनिंग देने के लिए 3 या 6 महीने के लघु कोर्स चलाने का सुझाव दिया।
आम लोगों तक पहुंचे तकनीक का फायदा मुकेश अग्निहोत्री ने डिजिटल प्रौद्योगिकी के विशेषज्ञों से आग्रह किया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि तकनीक का लाभ आम लोगों तक पहुंचे और उनके जीवन को सरल बनाने में योगदान दे। उन्होंने कहा कि डिजिटल क्रांति की सार्थकता तभी है जब यह सार्वजनिक सेवाओं को सुलभ बनाते हुए लोगों के जीवन में आसानी लाए। उपमुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल सेवाओं के विस्तार के लिए लोकमित्र केंद्रों की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में लोकमित्र केंद्र अभी स्थापित नहीं किए गए हैं, वहां इन्हें स्थापित करने पर ध्यान दिया जाना चाहिए ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी इन सेवाओं का लाभ उठा सकें। उन्होंने बताया कि एचआरटीसी में डिजिटल प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देते हुए कैशलेस यात्रा की सेवा शुरू की गई है। इसके जरिए यात्री अब ऑनलाइन एप्लीकेशन का उपयोग कर किराये का भुगतान कर सकते हैं।
ऊना में युवाओं के लिए हों अधिक से अधिक नवोन्मेषी कार्यक्रम श्री अग्निहोत्री ने जिला प्रशासन को ऊना में अधिक से अधिक नवोन्मेषी कार्यक्रमों के आयोजन को कहा ताकि बच्चे और युवा तकनीकी शिक्षा के माध्यम से लाभान्वित हो सकें। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से न केवल बच्चों को आधुनिक तकनीकी ज्ञान मिलेगा, बल्कि उन्हें भविष्य के रोजगार के अवसरों के लिए भी तैयार किया जा सकेगा। इसके साथ ही, उपमुख्यमंत्री ने पंचायत स्तर पर तकनीकी जागरूकता बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों को आईटी तकनीकों के उपयोग के प्रति जागरूक किया जाए ताकि उन्हें प्रदेश सरकार द्वारा क्रियान्वित योजनाओं और कार्यक्रमों की ऑनलाइन जानकारी मिल सके। जिससे वे अधिक से अधिक पात्र लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिला सकें।
भारत में सूचना प्रौद्योगिकी लाने का श्रेय कांग्रेस को उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की प्रगति का श्रेय कांग्रेस पार्टी को देते हुए कहा कि स्वर्गीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने देश में कंप्यूटर युग की शुरुआत की थी। उस समय विपक्ष ने इसका जोरदार विरोध किया था और संसद में बैलगाड़ियों से आकर यह दावा किया कि कंप्यूटर से देश का नुकसान होगा और रोजगार खत्म हो जाएंगे। लेकिन समय ने दिखा दिया कि सूचना प्रौद्योगिकी ने भारत में क्रांतिकारी परिवर्तन लाया है और देश को प्रगति की नई राह पर आगे बढ़ाया है। श्री अग्निहोत्री ने कहा कि वर्तमान में सरकारी कार्यालयों की कार्य प्रणाली को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ा जा रहा है, जिससे लोगों को अधिक सुविधाएं ऑनलाइन मिल रही हैं। उन्होंने बताया कि पहले लोगों को रोजगार समाचार के जरिए नौकरियों की जानकारी मिलती थी, लेकिन अब आईटी युग में कंप्यूटर, टैबलेट और मोबाइल फोन के जरिए नौकरियों की सूचना तुरंत ऑनलाइन उपलब्ध हो जाती है।
प्रदेश की पहली ‘स्मार्ट विधानसभा’ बनेगी हरोली
पूर्णतः सीसीटीवी कैमरों से होगी सुसज्जित उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री बताया कि हरोली विधानसभा प्रदेश की पहली ऐसी विधानसभा बनने जा रही है, जो पूर्णतः सीसीटीवी कैमरों से सुसज्जित होगी। अगले 15-20 दिनों में यह सुरक्षा व्यवस्था लागू कर दी जाएगी, जिसके अंतर्गत विधानसभा क्षेत्र के सभी प्रवेश द्वार, मुख्य मार्ग, महत्वपूर्ण स्थल, चौराहे, बाजार, और शिक्षण संस्थान सीसीटीवी से लैस होंगे। यह पहल क्षेत्र की सुरक्षा को सुनिश्चित करने और अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण के दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण कदम है। श्री अग्निहोत्री ने कहा कि हरोली विधानसभा क्षेत्र में अब कोई भी अपराधी अपराध करके बच नहीं सकेगा, क्योंकि पूरे क्षेत्र पर सीसीटीवी की निगरानी होगी। इसके अलावा, इंटरनेट की पूरी सुविधा से हरोली को जोड़ने का भी कार्य किया जा रहा है, जिससे हर जानकारी और सेवा ऑनलाइन उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि हरोली विधानसभा क्षेत्र पूरी तरह से इंटरनेट पर आएगा। यहां की हर जानकारी, हर सेवा इंटरनेट से कनेक्ट होगी। इसके अलावा अधिक गति से होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए चार डिजिटल रडार भी स्थापित किए जा रहे हैं। अभूतपूर्व विकास की मिसाल बना हरोली मुकेश अग्निहोत्री ने हरोली विधानसभा क्षेत्र में हुए अभूतपूर्व विकास कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब से वे पहली बार विधायक चुने गए थे, तब से लेकर अब तक हरोली में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सेंटर स्कूल, ट्रिपल आईटी, आईटीआई, और तीन डिग्री कॉलेजों की स्थापना जैसी उपलब्धियां विकास के मुख्य उदाहरण हैं। इन सभी संस्थानों का उद्देश्य बच्चों और युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और तकनीकी कौशल से सुसज्जित करना है, जिससे वे भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सकें। आम नागरिकों तक डिजिटल प्रौद्योगिकी का लाभ पहुंचाने के प्रयास – डॉ. अभिषेक जैन इस अवसर पर डिजिटल प्रौद्योगिकी और गवर्नेंस विभाग के सचिव डॉ. अभिषेक जैन ने कहा कि विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि प्रौद्योगिकी का लाभ केवल विशिष्ट वर्ग तक सीमित न रहकर गांवों और हिंदी में कामकाज करने वाले आम नागरिकों तक भी पहुंचे। इस विचार के साथ इस सम्मेलन का आयोजन किया गया है, ताकि लोग डिजिटल प्रौद्योगिकी के उपयोग को लेकर जागरूक हों। उन्हें घर बैठे सरकारी सेवाओं का लाभ मिल सके और ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकी साक्षरता का विस्तार हो। उन्होंने गावों में डिजिटल साक्षरता कैंप लगाने के लिए विभाग की ओर से समुचित आर्थिक सहयोग समेत हर संभव मदद का भरोसा दिया। डॉ. जैन ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार की दिशा-निर्देशों के तहत राज्य में आईटी पार्कों के निर्माण कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। धर्मशाला के चौतड़ू में आईटी पार्क तैयार हो चुका है, और शिमला के मैहली में आई पार्क का कार्य भी तेज गति से चल रहा है। इसके अतिरिक्त वाकनाघाट में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर आईटी का निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है। इन सभी परियोजनाओं को अगले तीन महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के बच्चों को राज्य के भीतर ही आईटी क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्राथमिकता पर कार्य किया जा रहा है, ताकि उन्हें बाहर न जाना पड़े और प्रदेश की प्रतिभाओं को स्थानीय स्तर पर ही प्रौद्योगिकी में अपनी पहचान बनाने का मौका मिले। उन्होंने कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकी के माध्यम से न केवल सरकारी सेवाएं सरल होंगी, बल्कि आम लोगों के जीवन में भी सुधार आएगा। डॉ. निपुण जिंदल ने दी विभाग की नई पहलों की जानकारी डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग के निदेशक डॉ. निपुण जिंदल ने विभाग द्वारा किए गए नवाचारों और तमाम नई पहलों के बारे में जानकारी दी। साथ ही उन्होंने ई-जिला परियोजना के तहत अब आम जनता 251 सरकारी सेवाओं का लाभ घर बैठे ले सकती है, जिससे उनकी दिनचर्या में बड़ा बदलाव आया है। यह सेवाएं नागरिकों को किसी भी सरकारी कार्यालय में जाए बिना ही ऑनलाइन उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिससे लोगों को समय और संसाधनों की बचत हो रही है। जल्द ही इसमें 40 और सेवाएं जोड़ी जाएंगी। संवाद सत्रों में डिजिटल प्रौद्योगिकी की संभावनाओं पर ज्ञानवर्धक चर्चा सूचना प्रौद्योगिकी और सुशासन पर आयोजित सम्मेलन के दौरान विभिन्न संवाद सत्रों में विशेषज्ञों ने गहन चर्चा की और डिजिटल प्रौद्योगिकी से संबंधित चुनौतियों और संभावनाओं पर अपने विचार साझा किए। इन सत्रों में प्रतिभागियों ने अपने सवालों का समाधान प्राप्त किया और नवीनतम तकनीकी प्रगति पर अंतर्दृष्टि हासिल की। पहले सत्र में डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग के नागरिक-केंद्रित अनुप्रयोगों पर चर्चा करते हुए, ट्रिपल आईटी ऊना के निदेशक डॉ. मनीष गौर और डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग के निदेशक डॉ. निपुण जिंदल ने ग्रामीण क्षेत्रों में नेट कनेक्टिविटी और प्रौद्योगिकी के उपयोग में लोगों की हिचक समेत अन्य चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने इन बाधाओं के समाधान की दिशा में किए जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। वहीं, डिजिटल प्रौद्योगिकियों के माध्यम से आय सृजन और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के विषय पर आयोजित सत्र में, बजाज फाइनेंस के मुख्य सूचना एवं प्रौद्योगिकी अधिकारी अनुराग जैन, संयुक्त निदेशक उद्योग अंशुल धीमान, ब्लॉक उद्योग संघ हरोली के अध्यक्ष राकेश कौशल, हिम्पा फूड के प्रबंध निदेशक रोहित शर्मा, और बायोजेंटा फार्मा के प्रबंध निदेशक दीप कुमार ने अपने विचार साझा किए। इस सत्र में उद्यमशीलता और स्वरोजगार के लिए डिजिटल प्लेटफार्मों के महत्व पर गहन चर्चा हुई। तीसरे सत्र में डिजिटल साक्षरता को लेकर चर्चा की गई। इसमें एनआईटी हमीरपुर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नवीन चौहान, आईआईटी रोपड़ के सहायक प्राध्यापक डॉ. शशि शेखर झा, ट्रिपल आईटी ऊना के सहायक प्रोफेसर डॉ. विक्रम कुमार, और पीएचडी स्कॉलर कुमारी मेहक और कुमारी श्वेता वर्मा ने अपने विचार साझा किए। इस सत्र का मुख्य उद्देश्य डिजिटल साक्षरता के महत्व को समझाना और आम नागरिकों को इसका लाभ कैसे मिल सकता है, इस पर चर्चा करना था। कृत्रिम बुद्धिमत्ता और शासन में इसके अनुप्रयोग पर आयोजित चौथे व अंतिम सत्र में, एनआईटी जालंधर की सहायक प्रोफेसर डॉ. जसपाल कौर, वाधवानी फाउंडेशन के कार्यकारी उपाध्यक्ष सुनील दहिया, ट्रिपल आईटी ऊना के सहायक प्रोफेसर डॉ. प्रिंस शर्मा, और एनआईटी हमीरपुर के सहायक प्रोफेसर डॉ. मोहित कुमार ने अपने अनुभव और अंतर्दृष्टि साझा की। उन्होंने बताया कि किस प्रकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल और अधिक प्रभावी बना सकता है। इस सम्मेलन में विभिन्न संवाद सत्रों के माध्यम से डिजिटल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हो रहे विकास, चुनौतियों और भविष्य की संभावनाओं पर व्यापक चर्चा हुई, जिससे सभी प्रतिभागियों को महत्वपूर्ण जानकारी और मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।.0.
उपमुख्यमंत्री ने सीएम राहत कोष के तहत जरूरतमंदों को वितरित की सहायता राशि ऊना, 30 सितंबर। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सोमवार को हरोली विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री राहत कोष के तहत गरीब और वंचित व्यक्तियों को वित्तीय सहायता का वितरण किया। इस अवसर पर उन्होंने 25 लाभार्थियों को कुल 13 लाख 60 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की।
इस दौरान श्री अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल सरकार जरूरतमंदों की सहायता के प्रति अत्यंत गंभीर है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार गरीब और वंचित वर्ग के लोगों की तत्परता से मदद और वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री राहत कोष एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो संकटग्रस्त व्यक्तियों के लिए आशा की किरण बनकर उभरता है। श्री अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री
राहत कोष का उद्देश्य गरीब से गरीब व्यक्ति को राहत प्रदान करना है। हमने यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी संकट की स्थिति में लोगों को एक संरक्षक की तरह सरकार का सहारा मिले। जब कभी भी किसी व्यक्ति को आपदा, बीमारी या अन्य संकट का सामना करना पड़ता है, तो हमारी सरकार उसके साथ खड़ी है और उन्हें त्वरित आर्थिक सहायता प्रदान करती है, ताकि वे अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकें। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास हमेशा यही रहा है कि दुखी लोगों की सहायता ईमानदारी से की जाए। उन्होंने बताया कि हमारी सरकार विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से जरूरतमंदों की मदद करने के लिए गंभीरता से कार्य कर रही है। हमारा प्रयास है कि जरूरतमंद लोगों के जीवन में व्यापक सुधार हो। सरकार की तमाम योजनाएं न केवल संकट में फंसे लोगों की वित्तीय स्थिति को सुधारने पर केंद्रित हैं, बल्कि समाज में एक बेहतर और समृद्ध भविष्य के निर्माण के लिए भी लक्षित हैं।
प्रख्यात शिक्षाविद् स्वर्गीय प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री की जयंती पर क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में लंगर सेवा का आयोजन
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने अपने हाथों मरीजों, तीमारदारों को भोजन परोसा, फल वितरित किए
ऊना, 30 सितंबर. प्रख्यात शिक्षाविद् स्वर्गीय प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री की जयंती के उपलक्ष्य पर सोमवार को क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में लंगर सेवा का आयोजन किया गया। इस पुनीत कार्य में प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के पति प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने विशेष रूप से शिरकत की और उन्होंने स्वयं अपने हाथों से मरीजों, तीमारदारों और अस्पताल के स्टाफ को भोजन परोसा। इसके साथ ही उन्होंने उपस्थित लोगों को फल भी वितरित किए।इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री की समाज के प्रति सेवा भावना अनुकरणीय रही है। बीमारों, गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा के लिए उनका समर्पण और भावना प्रेरणादायी है। उन्होंने अपने जीवनकाल में जो सामाजिक कार्य शुरू किए थे, उन्हें आगे बढ़ाने के संकल्प के साथ उनकी जयंती पर लंगर सेवा का आयोजन किया गया है। उपमुख्यमंत्री ने इस पुनीत अवसर पर लंगर सेवा में शामिल सभी लोगों का हार्दिक धन्यवाद भी किया। उल्लेखनीय है कि स्वर्गीय प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री न केवल एक महान शिक्षाविद् थीं, बल्कि समाज सेवा के प्रति भी गहरा समर्पण रखती थीं। उनका मानना था कि शिक्षा का उद्देश्य केवल व्यक्तिगत उन्नति तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि समाज के भले में योगदान देना भी जरूरी है। उन्होंने आस्था फाउंडेशन के माध्यम से गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा, नशा विरोधी आंदोलन, सड़क सुरक्षा अभियान और अन्य सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई।
प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री का जन्म 29 सितंबर 1968 को हुआ था, और उन्होंने 9 फरवरी 2024 को अपनी सांसारिक यात्रा पूरी की। वे हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में लोक प्रशासन की प्रोफेसर थीं और उनकी विद्वता, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक योगदान के लिए पूरे प्रदेश में सम्मानित की जाती थीं। उनके शिक्षण और शोध कार्यों का प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र पर गहरा प्रभाव पड़ा है, जिससे अनगिनत विद्यार्थियों को प्रेरणा मिली। लंगर आयोजन में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया और समाज में सेवा और परोपकार की भावना को और अधिक सशक्त करने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर ऊना सदर के पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रणजीत राणा, सीएमओ डॉ. एस.के.वर्मा, कांग्रेस नेता संजीव सैणी, क्षेत्रीय अस्पताल में नियमित गुरु का लंगर सेवा के आयोजक मंडल के सदस्य समाज सेवी एवं वरिष्ट पत्रकार राजीव भनोट, कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।.0.
प्रख्यात शिक्षाविद स्वर्गीय प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के जन्मदिन पर मशहूर सूफी गायक लखविंदर वडाली ने हरोली में सजाई सुरों की महफिल
ऊना, 29 सितंबर प्रख्यात शिक्षाविद स्वर्गीय प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के 56वें जन्मदिन पर रविवार को हरोली के कॉलेज परिसर में आयोजित ‘एहसास’ कार्यक्रम में उनकी पुण्य स्मृतियों को नमन किया गया। प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में, सूफी गायक लखविंदर वडाली ने अपनी रूहानी गायकी से स्मृतियों के ‘एहसास’ को सुरों से महकाया और इस अवसर को हर श्रोता के लिए एक बेजोड़ आत्मिक अनुभव में बदल दिया। कार्यक्रम में प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के पति उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, उनकी बेटी डॉ. आस्था अग्निहोत्री, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने प्रो. सिम्मी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर भावनाओं और संवेदनाओं से भरे जनसमूह ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
इस दौरान उपमुख्यमंत्री के भाई डॉ. राकेश अग्निहोत्री समेत सभी परिजन, मंत्री राजेश धर्माणी पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री रैंक) आर.एस.बाली, विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार, सीपीएस आशीष बुटेल, विधायक विवेक शर्मा, हरदीप बावा, सुदर्शन बबलू तथा नीरज नैयर, पूर्व मंत्री कुलदीप कुमार, पूर्व सीपीएस नीरज, पूर्व विधायक अजय महाजन, हमीरपुर से विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे डॉ पुष्पेंद्र वर्मा, जिला कांग्रेस के अध्यक्ष रणजीत सिंह राणा, प्रदेश कांग्रेस सचिव अशोक ठाकुर, जिला ओबीसी सेल के अध्यक्ष प्रमोद कुमार, कांग्रेस पार्टी नेता महेश्वर चौहान, धर्मेंद्र धामी सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारी उपायुक्त जतिन लाल, पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह समेत अन्य अधिकारियों तथा गणमान्यों व बड़ी संख्या में स्थानीय जनता और प्रदेश भर से आए लोगों ने प्रो. सिम्मी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
शिक्षा क्षेत्र में प्रो. सिम्मी की उपलब्धियां हर बच्ची के लिए प्रेरणादायक – डॉ. आस्था
हजारों विद्यार्थियों के जीवन को ज्ञान की लौ से किया आलोकित
कार्यक्रम में अपनी आदरांजलि व्यक्त करते हुए डॉ. आस्था अग्निहोत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में प्रो. सिम्मी की उपलब्धियां हर बच्ची को प्रेरणा देने वाली हैं। उनके जीवन से यह सीख मिलती है कि कोई व्यक्ति जीवन में कहां पहुंचेगा, क्या मुकाम हासिल करेगा, ये जीवन की बाधाओं में आगे बढ़ते जाने का जज्बा और आपके कर्म, संघर्ष और मेहनत तय करते हैं।उन्होंने कहा कि प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री का जीवन एक दीपक की तरह था, जिन्होंने अनगिनत जीवनों को रोशन किया। वे एक साधारण परिवार में जन्मीं, लेकिन अपनी मेहनत, संघर्ष और आगे बढ़ने के जुनून से उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में बड़ी से बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं। उन्होंने प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के निधन के बाद दुख की घडि़यों में मजबूत साथ के लिए हरोली समेत सभी हिमाचल वासियों का आभार जताया।
एक महान शिक्षाविद और सच्ची समाजसेवी थीं प्रो. सिम्मी
29 सितंबर 1968 को मंडी में जन्मीं प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री का नाम शिक्षा के आकाश में एक नक्षत्र की तरह चमकता रहेगा। वे 9 फरवरी 2024 को अपनी सांसारिक यात्रा पूरी करके माता श्री चिंतपूर्णी की दिव्य ज्योति में विलीन हो गईं। लेकिन अपने छोटे से जीवन काल में उनकी अनगिनत अकादमिक उपलब्धियां अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक मंचों पर भारतीय शिक्षा का प्रतिनिधित्व करती हैं। हरोली कॉलेज का नामकरण प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के नाम पर करना यहां पढ़ने वाले हर विद्यार्थी के लिए ज्ञान की वृहद परंपरा से जुड़ने और असाधारण शैक्षणिक कर्तृत्व संपन्न व्यक्तित्व से जुड़ने का गौरव प्रदान करता है।उत्कृष्ट शिक्षा केंद्र की तरह विकसित किया जा रहे प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री कॉलेज हरोली में मानविकी, विज्ञान और वाणिज्य स्ट्रीम के सभी विषयों के साथ साथ बीबीए और बीसीए जैसे व्यवसायिक कोर्स और ललित कलाओं में म्यूजिक समेत अन्य विधाओं में भी डिग्री कोर्सज उपलब्ध हैं।प्रो. सिम्मी का जन्म मंडी नगर का है, बचपन से ही अध्ययनशील, विलक्षण मेधा सम्पन्न सिम्मी ने वहां राजकीय कन्या विद्यालय से स्कूली पढ़ाई और वल्लभ डिग्री कॉलेज मंडी से ग्रेजुएशन के बाद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमफिल और पीएचडी की। स्कूली दिनों से ही पढ़ाई में अव्वल रहने पर उन्हें स्कॉलरशिप मिलने का जो सिलसिला आरंभ हुआ वो पीएचडी पर्यंत जारी रहा।वे छोटी ही आयु में वर्ष 1998 में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पढ़ाने लगीं । बहुआयामी प्रतिभा की धनी प्रो. सिम्मी विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय सभी जगह विभिन्न क्षेत्रों में अपनी विलक्षण प्रतिभा के सशक्त हस्ताक्षर दर्ज करवाती रहीं। उनकी असाधारण अकादमिक यात्रा ने उन्हें एक आदर्श शिक्षाविद के रूप में स्थापित किया। विद्यार्थियों की चहेती, पसंदीदा टीचर, उत्कृष्ट शिक्षाविद, प्रो. सिम्मी ने अनेकों विद्यार्थियों को पीएचडी और एमफिल की रिसर्च में गाइड किया। प्रो. सिम्मी के विद्वतापूर्ण लेख और शोध पत्र न केवल शिक्षा की दुनिया में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं, बल्कि सामाजिक मुद्दों पर भी बहुत मजबूत और गहन विचार प्रस्तुत करते हैं।हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की प्रोफेसर के रूप में अपने ज्ञान और अनुभव से उन्होंने अनगिनत जीवनों को रोशन किया। विभाग की चेयरपर्सन रहते हुए उन्होंने न केवल अपने विषय में गहराई से योगदान दिया, बल्कि अपने विद्यार्थियों को भी एक नई दिशा दिखाने का काम किया, उन्होंने ज्ञान का ऐसा दीप जलाया, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा।प्रो. सिम्मी जी के विशद ज्ञान और अनुभव की अनुगूंज केवल विश्वविद्यालय तक या प्रदेश तक ही सीमित नहीं थी, उन्होंने यूजीसी के कितने ही सम्मेलनों में भाग लेकर और अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक मंचों पर अनेक बार भारतीय शिक्षा का प्रतिनिधित्व कर, भारत का नाम रोशन किया।पिछले साल उन्हें शिक्षा और शोध के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए वियतनाम इंटरनेशनल अचीवर्स अवार्ड से भी अलंकृत किया गया था। उन्हें देश की नामी संस्थाओं ने अंतरराष्ट्रीय बेस्ट टीचर अवार्ड, वूमन अचीवर अवॉर्ड और नारी शक्ति अवार्ड समेत न जाने कितने अलंकरणों से नवाजा। उनकी लिखी एक पुस्तक का विमोचन उनके निधन से कुछ दिन पहले ही माननीय राज्यपाल के कर कमलों द्वारा सम्पन्न हुआ था।ये शिक्षा क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान की ही तस्दीक है कि उनकी मृत्यु के बाद भी कई विश्वविद्यालयों द्वारा उनके लिए मानद डिग्रियां प्रदान की गईं।वे एक ऐसी सामाजिक कार्यकर्ता थीं, जिन्होंने समाज में जागरूकता की लहर पैदा की। वे आस्था फाउंडेशन के नाम से एक एनजीओ का संचालन कर रही थीं । नशे के खिलाफ आंदोलन, सड़क सुरक्षा अभियान, सामाजिक कार्य में सहभागिता तथा हर क्षेत्र में उनकी सहभागिता समाज सेवा के कार्य में उनकी लगातार सक्रियता की बानगी रहे।धर्मपत्नी के रूप में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का संबल बनीं प्रो. सिम्मी सबके लिए स्नेह, समझदारी व सीख का भंडार थीं । इरादों की ऐसी अटल कि लगातार 5 बार विधायक के रूप में रिकॉर्ड मतों से विजयी रहे श्री अग्निहोत्री की पांचों जीत में निर्णायक भूमिका निभाने वाली प्रो. सिम्मी नंगे पांव माता चिंतपूर्णी, माता ज्वालामुखी, बगलामुखी जी, शीश नवाने घर से पैदल पहुंचतीं।प्रो. सिम्मी ने अपनी इकलौती बेटी डॉ. आस्था अग्निहोत्री को जो समृद्ध संस्कार दिए, ऊंची शिक्षा दी उनका सुफल है कि वे हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से ह्यूमन राइट्स में पीएचडी तथा हेग एकेडमी ऑफ इंटरनेशनल लॉ से उच्चतर शिक्षा प्राप्त करके अपनी मां प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री की शिक्षा, ज्ञान और समाज विकास की महान परंपरा को आगे बढ़ा रही हैं। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर डॉ. आस्था प्रो. सिम्मी की तरह ही स्पष्ट सोच की एक दृढ़ व्यक्तित्व और उन्हीं की तरह मददगार हैं।.0.