उप मुख्यमंत्री ने एचआरटीसी के संग्रहालय एवं वाल ऑफ हॉनर का किया शुभारंभ
स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य पर निगम द्वारा 12 अक्टूबर को भव्य समारोह का होगा आयोजन
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज हिमाचल पथ परिवहन निगम के 50 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य पर पुराना बस अड्डा शिमला में स्थित हिमाचल पथ परिवहन निगम के मुख्य कार्यालय में निर्मित संग्रहालय एवं वाल ऑफ हॉनर का लोकार्पण किया। इस अवसर उन्होंने कहा कि वाल ऑफ हॉनर के माध्यम से हम यहाँ पर हिमाचल पथ परिवहन निगम के सफर को जान सकेंगे। उन्होंने बताया कि 1974 से लेकर अब तक के फैसलों एवं अवार्ड्स अंकित किया गया है। इसके साथ-साथ हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों के मॉडल को भी अलग अलग स्थानों पर दर्शाया जा रहा है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश को निगम के 50 वर्ष पूर्ण होने पर गर्व होना चाहिए। निगम की बसों की सेवाएं दुर्गम क्षेत्रों तक है और लोगों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचती है। हमारे बसों के ड्राइवर सबसे अचे अनुभवी है। उन्होंने कहा कि स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य पर निगम द्वारा 12 अक्टूबर होटल पीटरहॉफ को भव्य समारोह आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि निगम के बड़े में इस समय लगभग 3000 हजार बसों का फ्लीट है। प्रदेश में रेलवे एवं हवाई यात्रा कम होने से हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों का सफर महत्वपूर्ण हो जाता है।
एचआरटीसी को व्यापारिक नजरिये से नहीं, सामाजिक सरोकार की दृष्टि से देखने की आवश्यकता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम को व्यापारिक नजरिये से नहीं देख सकते बल्कि सामाजिक सरोकार की दृष्टि से देखने की आवश्यकता है। हिमाचल पथ परिवहन निगम प्रदेश के 70 लाख लोगों की लाइफ लाइन है। हमारे निगम की बसे दिन रात लोगों को सेवाएं दे रही है। रात्रि सेवाओं का असली राजा तो एचआरटीसी ही है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में इस समय 94 प्रतिशत रूट हिमाचल पथ परिवहन निगम घाटे के रूट चला रही है परंतु जनसेवा की भावना से कार्य करते हुए घाटे के बावजूद निगम की बसें प्रदेश के लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा सके।
प्रतिदिन 50 लाख की सब्सिडी दे रही एचआरटीसी
हिमाचल पथ परिवहन निगम प्रत्येक दिन रियायती सफर पर लगभग 50 लाख रुपये की सब्सिडी दे रही है जिससे 27 श्रेणियां लाभान्वित हो रही हैं। निगम के कर्मचारियों एवं पेंशनरों को 08 महीने से समय पर सैलरी एवं पेंशन देने के प्रयास किये जा रहे है। निगम के कर्मचारी इसके सुदृढ़ीकरण पर दिन रात मेहनत कर रहे है जिससे आय में भी इजाफा देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हिमाचल पथ परिवहन निगम के ड्रिवेरों एवं कंडक्टरों के लिए रहने सहने के अच्छे प्रबंध किये जायेंगे जिसके लिए एग्रीमेंट किया जा चूका है।
सरकार जल्द खरीदेगी 300 नई बसें उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक स्थिति अनुसार बसों को डिज़ाइन करवाया जाएगा। सरकार जल्द ही 300 नई बसों की खरीद करने जा रही है जिसके लिए टेंडर हो चुका है। इसके साथ-साथ वॉल्वो बसों का सारा फ्लीट भी बदलने के प्रयास किए जा रहे है। इस समय निगम के बड़े में 24 वॉल्वो बसें है। इस अवसर पर हिमाचल पथ परिवहन निगम प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर सहित निगम के उच्च अधिकारीगण एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। -०-
हिमाचल के मंदिरों में डिजिटल सेवाओं के विस्तार के लिए बनेगी राज्यव्यापी नीति : उपमुख्यमंत्री
बोले..सरकारी सेवाओं की पहुंच बढ़ाने में डिजिटल प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण
ऊना, 1 अक्तूबर. उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने मंगलवार को कहा कि राज्य में डिजिटल प्रौद्योगिकी के व्यापक उपयोग से सरकारी सेवाओं को अधिक सुगम और प्रभावी बनाया जाएगा। उन्होंने डिजिटल प्रौद्योगिकी के माध्यम से मंदिरों में दर्शन, दान और अन्य सेवाओं की व्यवस्था को सशक्त बनाने के लिए एक राज्यव्यापी नीति तैयार करने के निर्देश दिए। उपमुख्यमंत्री मंगलवार को ऊना के पालकवाह स्थित कौशल विकास केंद्र के सभागार में डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग के सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए बोल रहे थे। यह एक दिवसीय सम्मेलन डिजिटल प्रौद्योगिकी के माध्यम से रोजगार सृजन तथा तकनीक को लोगों के करीब लाने और प्रदेश में सार्वजनिक सेवाओं में व्यापक सुधार व उनकी पहुंच बढ़ाने पर केंद्रित था। इसमें नागरिक-केंद्रित डिजिटल एप्लिकेशनों और उभरती तकनीकों को समझने तथा समग्र विकास में उनके उपयोग को लेकर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई। शुभारंभ सत्र में डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग के सचिव डॉ. अभिषेक जैन, आईआईआई ऊना के निदेशक प्रो. मनीष गौर, बजाज फाइनेंस के मुख्य सूचना एवं तकनीकी अधिकारी अनुराग जैन, डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग के निदेशक डॉ. निपुण जिंदल, उपायुक्त जतिन लाल,डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग के अतिरिक्त निदेशक राजीव कुमार, संयुक्त निदेशक अनिल सेमवाल सहित विभाग के अन्य अधिकारी, सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र के विशेषज्ञ, हरोली इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश कौशल सहित विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधियों, विभिन्न विभागों के अधिकारियों, उद्यमियों, शिक्षण संस्थानों के बच्चों, लोक मित्र केंद्रों के संचालकों समेत अन्य लोगों ने भाग लिया।
डिजिटल प्रौद्योगिकी के सदुपयोग पर बल उपमुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में विभाग को प्रदेश के मंदिरों में दर्शन, दान और अन्य सेवाओं की व्यवस्था को सुदृढ़ करने मेें डिजिटल प्रौद्योगिकी के उपयोग को लेकर राज्यव्यापी नीति तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हिमाचल में विश्व प्रसिद्ध शक्तिपीठ एवं ऐतिहासिक मंदिर हैं। डिजिटल माध्यम से मंदिर दर्शन और डोनेशन की व्यवस्था बनाने समेत प्रदेश के लिए एकरूप डिजिटल व्यवस्था बनाने की दिशा में काम करें। उन्होंने शासन व्यवस्था को और बेहतर बनाने में डिजिटल प्रौद्योगिकी के सदुपयोग पर बल दिया है। साथ ही सार्वजनिक सेवाओं की पहुंच बढ़ाने और रोजगार सृजन में तकनीक के बेहतर इस्तेमाल पर फोकस करने को कहा। ड्रोन प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में क्रांति के लिए करें समन्वित प्रयास
ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग में आत्मनिर्भर बनने के लिए करना होगा काम उपमुख्यमंत्री ने ड्रोन प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचार लाने और इसे ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाने के लिए समन्वित प्रयासों की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि ड्रोन के जरिए दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को आवश्यक सेवाएं जैसे दवाओं की सप्लाई तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए, लेकिन इस दिशा में अभी और काम की आवश्यकता है। उपमुख्यमंत्री ने इस बात पर चिंता जताई कि भारत में फिलहाल ड्रोन का निर्माण नहीं हो रहा और अधिकतर ड्रोन चीन से आयात किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमें ड्रोन मैन्युफैक्चरिंग की दिशा में तेजी से काम करना चाहिए ताकि हम आत्मनिर्भर बन सकें। साथ ही बच्चों के लिए ड्रोन पायलट का प्रशिक्षण देने पर ध्यान देना होगा। उन्होंने ट्रिपल आईटी ऊना को अपने वहां बच्चों के लिए ड्रोन पायलट ट्रेनिंग देने के लिए 3 या 6 महीने के लघु कोर्स चलाने का सुझाव दिया।
आम लोगों तक पहुंचे तकनीक का फायदा मुकेश अग्निहोत्री ने डिजिटल प्रौद्योगिकी के विशेषज्ञों से आग्रह किया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि तकनीक का लाभ आम लोगों तक पहुंचे और उनके जीवन को सरल बनाने में योगदान दे। उन्होंने कहा कि डिजिटल क्रांति की सार्थकता तभी है जब यह सार्वजनिक सेवाओं को सुलभ बनाते हुए लोगों के जीवन में आसानी लाए। उपमुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल सेवाओं के विस्तार के लिए लोकमित्र केंद्रों की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में लोकमित्र केंद्र अभी स्थापित नहीं किए गए हैं, वहां इन्हें स्थापित करने पर ध्यान दिया जाना चाहिए ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी इन सेवाओं का लाभ उठा सकें। उन्होंने बताया कि एचआरटीसी में डिजिटल प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देते हुए कैशलेस यात्रा की सेवा शुरू की गई है। इसके जरिए यात्री अब ऑनलाइन एप्लीकेशन का उपयोग कर किराये का भुगतान कर सकते हैं।
ऊना में युवाओं के लिए हों अधिक से अधिक नवोन्मेषी कार्यक्रम श्री अग्निहोत्री ने जिला प्रशासन को ऊना में अधिक से अधिक नवोन्मेषी कार्यक्रमों के आयोजन को कहा ताकि बच्चे और युवा तकनीकी शिक्षा के माध्यम से लाभान्वित हो सकें। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से न केवल बच्चों को आधुनिक तकनीकी ज्ञान मिलेगा, बल्कि उन्हें भविष्य के रोजगार के अवसरों के लिए भी तैयार किया जा सकेगा। इसके साथ ही, उपमुख्यमंत्री ने पंचायत स्तर पर तकनीकी जागरूकता बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों को आईटी तकनीकों के उपयोग के प्रति जागरूक किया जाए ताकि उन्हें प्रदेश सरकार द्वारा क्रियान्वित योजनाओं और कार्यक्रमों की ऑनलाइन जानकारी मिल सके। जिससे वे अधिक से अधिक पात्र लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिला सकें।
भारत में सूचना प्रौद्योगिकी लाने का श्रेय कांग्रेस को उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की प्रगति का श्रेय कांग्रेस पार्टी को देते हुए कहा कि स्वर्गीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने देश में कंप्यूटर युग की शुरुआत की थी। उस समय विपक्ष ने इसका जोरदार विरोध किया था और संसद में बैलगाड़ियों से आकर यह दावा किया कि कंप्यूटर से देश का नुकसान होगा और रोजगार खत्म हो जाएंगे। लेकिन समय ने दिखा दिया कि सूचना प्रौद्योगिकी ने भारत में क्रांतिकारी परिवर्तन लाया है और देश को प्रगति की नई राह पर आगे बढ़ाया है। श्री अग्निहोत्री ने कहा कि वर्तमान में सरकारी कार्यालयों की कार्य प्रणाली को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ा जा रहा है, जिससे लोगों को अधिक सुविधाएं ऑनलाइन मिल रही हैं। उन्होंने बताया कि पहले लोगों को रोजगार समाचार के जरिए नौकरियों की जानकारी मिलती थी, लेकिन अब आईटी युग में कंप्यूटर, टैबलेट और मोबाइल फोन के जरिए नौकरियों की सूचना तुरंत ऑनलाइन उपलब्ध हो जाती है।
प्रदेश की पहली ‘स्मार्ट विधानसभा’ बनेगी हरोली
पूर्णतः सीसीटीवी कैमरों से होगी सुसज्जित उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री बताया कि हरोली विधानसभा प्रदेश की पहली ऐसी विधानसभा बनने जा रही है, जो पूर्णतः सीसीटीवी कैमरों से सुसज्जित होगी। अगले 15-20 दिनों में यह सुरक्षा व्यवस्था लागू कर दी जाएगी, जिसके अंतर्गत विधानसभा क्षेत्र के सभी प्रवेश द्वार, मुख्य मार्ग, महत्वपूर्ण स्थल, चौराहे, बाजार, और शिक्षण संस्थान सीसीटीवी से लैस होंगे। यह पहल क्षेत्र की सुरक्षा को सुनिश्चित करने और अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण के दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण कदम है। श्री अग्निहोत्री ने कहा कि हरोली विधानसभा क्षेत्र में अब कोई भी अपराधी अपराध करके बच नहीं सकेगा, क्योंकि पूरे क्षेत्र पर सीसीटीवी की निगरानी होगी। इसके अलावा, इंटरनेट की पूरी सुविधा से हरोली को जोड़ने का भी कार्य किया जा रहा है, जिससे हर जानकारी और सेवा ऑनलाइन उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि हरोली विधानसभा क्षेत्र पूरी तरह से इंटरनेट पर आएगा। यहां की हर जानकारी, हर सेवा इंटरनेट से कनेक्ट होगी। इसके अलावा अधिक गति से होने वाली दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए चार डिजिटल रडार भी स्थापित किए जा रहे हैं। अभूतपूर्व विकास की मिसाल बना हरोली मुकेश अग्निहोत्री ने हरोली विधानसभा क्षेत्र में हुए अभूतपूर्व विकास कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जब से वे पहली बार विधायक चुने गए थे, तब से लेकर अब तक हरोली में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सेंटर स्कूल, ट्रिपल आईटी, आईटीआई, और तीन डिग्री कॉलेजों की स्थापना जैसी उपलब्धियां विकास के मुख्य उदाहरण हैं। इन सभी संस्थानों का उद्देश्य बच्चों और युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और तकनीकी कौशल से सुसज्जित करना है, जिससे वे भविष्य की चुनौतियों का सामना कर सकें। आम नागरिकों तक डिजिटल प्रौद्योगिकी का लाभ पहुंचाने के प्रयास – डॉ. अभिषेक जैन इस अवसर पर डिजिटल प्रौद्योगिकी और गवर्नेंस विभाग के सचिव डॉ. अभिषेक जैन ने कहा कि विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि प्रौद्योगिकी का लाभ केवल विशिष्ट वर्ग तक सीमित न रहकर गांवों और हिंदी में कामकाज करने वाले आम नागरिकों तक भी पहुंचे। इस विचार के साथ इस सम्मेलन का आयोजन किया गया है, ताकि लोग डिजिटल प्रौद्योगिकी के उपयोग को लेकर जागरूक हों। उन्हें घर बैठे सरकारी सेवाओं का लाभ मिल सके और ग्रामीण क्षेत्रों में तकनीकी साक्षरता का विस्तार हो। उन्होंने गावों में डिजिटल साक्षरता कैंप लगाने के लिए विभाग की ओर से समुचित आर्थिक सहयोग समेत हर संभव मदद का भरोसा दिया। डॉ. जैन ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार की दिशा-निर्देशों के तहत राज्य में आईटी पार्कों के निर्माण कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। धर्मशाला के चौतड़ू में आईटी पार्क तैयार हो चुका है, और शिमला के मैहली में आई पार्क का कार्य भी तेज गति से चल रहा है। इसके अतिरिक्त वाकनाघाट में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर आईटी का निर्माण कार्य तेजी से प्रगति पर है। इन सभी परियोजनाओं को अगले तीन महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के बच्चों को राज्य के भीतर ही आईटी क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्राथमिकता पर कार्य किया जा रहा है, ताकि उन्हें बाहर न जाना पड़े और प्रदेश की प्रतिभाओं को स्थानीय स्तर पर ही प्रौद्योगिकी में अपनी पहचान बनाने का मौका मिले। उन्होंने कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकी के माध्यम से न केवल सरकारी सेवाएं सरल होंगी, बल्कि आम लोगों के जीवन में भी सुधार आएगा। डॉ. निपुण जिंदल ने दी विभाग की नई पहलों की जानकारी डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग के निदेशक डॉ. निपुण जिंदल ने विभाग द्वारा किए गए नवाचारों और तमाम नई पहलों के बारे में जानकारी दी। साथ ही उन्होंने ई-जिला परियोजना के तहत अब आम जनता 251 सरकारी सेवाओं का लाभ घर बैठे ले सकती है, जिससे उनकी दिनचर्या में बड़ा बदलाव आया है। यह सेवाएं नागरिकों को किसी भी सरकारी कार्यालय में जाए बिना ही ऑनलाइन उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिससे लोगों को समय और संसाधनों की बचत हो रही है। जल्द ही इसमें 40 और सेवाएं जोड़ी जाएंगी। संवाद सत्रों में डिजिटल प्रौद्योगिकी की संभावनाओं पर ज्ञानवर्धक चर्चा सूचना प्रौद्योगिकी और सुशासन पर आयोजित सम्मेलन के दौरान विभिन्न संवाद सत्रों में विशेषज्ञों ने गहन चर्चा की और डिजिटल प्रौद्योगिकी से संबंधित चुनौतियों और संभावनाओं पर अपने विचार साझा किए। इन सत्रों में प्रतिभागियों ने अपने सवालों का समाधान प्राप्त किया और नवीनतम तकनीकी प्रगति पर अंतर्दृष्टि हासिल की। पहले सत्र में डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग के नागरिक-केंद्रित अनुप्रयोगों पर चर्चा करते हुए, ट्रिपल आईटी ऊना के निदेशक डॉ. मनीष गौर और डिजिटल प्रौद्योगिकी एवं गवर्नेंस विभाग के निदेशक डॉ. निपुण जिंदल ने ग्रामीण क्षेत्रों में नेट कनेक्टिविटी और प्रौद्योगिकी के उपयोग में लोगों की हिचक समेत अन्य चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने इन बाधाओं के समाधान की दिशा में किए जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। वहीं, डिजिटल प्रौद्योगिकियों के माध्यम से आय सृजन और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के विषय पर आयोजित सत्र में, बजाज फाइनेंस के मुख्य सूचना एवं प्रौद्योगिकी अधिकारी अनुराग जैन, संयुक्त निदेशक उद्योग अंशुल धीमान, ब्लॉक उद्योग संघ हरोली के अध्यक्ष राकेश कौशल, हिम्पा फूड के प्रबंध निदेशक रोहित शर्मा, और बायोजेंटा फार्मा के प्रबंध निदेशक दीप कुमार ने अपने विचार साझा किए। इस सत्र में उद्यमशीलता और स्वरोजगार के लिए डिजिटल प्लेटफार्मों के महत्व पर गहन चर्चा हुई। तीसरे सत्र में डिजिटल साक्षरता को लेकर चर्चा की गई। इसमें एनआईटी हमीरपुर के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. नवीन चौहान, आईआईटी रोपड़ के सहायक प्राध्यापक डॉ. शशि शेखर झा, ट्रिपल आईटी ऊना के सहायक प्रोफेसर डॉ. विक्रम कुमार, और पीएचडी स्कॉलर कुमारी मेहक और कुमारी श्वेता वर्मा ने अपने विचार साझा किए। इस सत्र का मुख्य उद्देश्य डिजिटल साक्षरता के महत्व को समझाना और आम नागरिकों को इसका लाभ कैसे मिल सकता है, इस पर चर्चा करना था। कृत्रिम बुद्धिमत्ता और शासन में इसके अनुप्रयोग पर आयोजित चौथे व अंतिम सत्र में, एनआईटी जालंधर की सहायक प्रोफेसर डॉ. जसपाल कौर, वाधवानी फाउंडेशन के कार्यकारी उपाध्यक्ष सुनील दहिया, ट्रिपल आईटी ऊना के सहायक प्रोफेसर डॉ. प्रिंस शर्मा, और एनआईटी हमीरपुर के सहायक प्रोफेसर डॉ. मोहित कुमार ने अपने अनुभव और अंतर्दृष्टि साझा की। उन्होंने बताया कि किस प्रकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रशासनिक प्रक्रियाओं को सरल और अधिक प्रभावी बना सकता है। इस सम्मेलन में विभिन्न संवाद सत्रों के माध्यम से डिजिटल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हो रहे विकास, चुनौतियों और भविष्य की संभावनाओं पर व्यापक चर्चा हुई, जिससे सभी प्रतिभागियों को महत्वपूर्ण जानकारी और मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।.0.
उपमुख्यमंत्री ने सीएम राहत कोष के तहत जरूरतमंदों को वितरित की सहायता राशि ऊना, 30 सितंबर। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने सोमवार को हरोली विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री राहत कोष के तहत गरीब और वंचित व्यक्तियों को वित्तीय सहायता का वितरण किया। इस अवसर पर उन्होंने 25 लाभार्थियों को कुल 13 लाख 60 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की।
इस दौरान श्री अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल सरकार जरूरतमंदों की सहायता के प्रति अत्यंत गंभीर है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार गरीब और वंचित वर्ग के लोगों की तत्परता से मदद और वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री राहत कोष एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो संकटग्रस्त व्यक्तियों के लिए आशा की किरण बनकर उभरता है। श्री अग्निहोत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री
राहत कोष का उद्देश्य गरीब से गरीब व्यक्ति को राहत प्रदान करना है। हमने यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी संकट की स्थिति में लोगों को एक संरक्षक की तरह सरकार का सहारा मिले। जब कभी भी किसी व्यक्ति को आपदा, बीमारी या अन्य संकट का सामना करना पड़ता है, तो हमारी सरकार उसके साथ खड़ी है और उन्हें त्वरित आर्थिक सहायता प्रदान करती है, ताकि वे अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकें। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का प्रयास हमेशा यही रहा है कि दुखी लोगों की सहायता ईमानदारी से की जाए। उन्होंने बताया कि हमारी सरकार विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से जरूरतमंदों की मदद करने के लिए गंभीरता से कार्य कर रही है। हमारा प्रयास है कि जरूरतमंद लोगों के जीवन में व्यापक सुधार हो। सरकार की तमाम योजनाएं न केवल संकट में फंसे लोगों की वित्तीय स्थिति को सुधारने पर केंद्रित हैं, बल्कि समाज में एक बेहतर और समृद्ध भविष्य के निर्माण के लिए भी लक्षित हैं।
प्रख्यात शिक्षाविद् स्वर्गीय प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री की जयंती पर क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में लंगर सेवा का आयोजन
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने अपने हाथों मरीजों, तीमारदारों को भोजन परोसा, फल वितरित किए
ऊना, 30 सितंबर. प्रख्यात शिक्षाविद् स्वर्गीय प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री की जयंती के उपलक्ष्य पर सोमवार को क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में लंगर सेवा का आयोजन किया गया। इस पुनीत कार्य में प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के पति प्रदेश के उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने विशेष रूप से शिरकत की और उन्होंने स्वयं अपने हाथों से मरीजों, तीमारदारों और अस्पताल के स्टाफ को भोजन परोसा। इसके साथ ही उन्होंने उपस्थित लोगों को फल भी वितरित किए।इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री की समाज के प्रति सेवा भावना अनुकरणीय रही है। बीमारों, गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा के लिए उनका समर्पण और भावना प्रेरणादायी है। उन्होंने अपने जीवनकाल में जो सामाजिक कार्य शुरू किए थे, उन्हें आगे बढ़ाने के संकल्प के साथ उनकी जयंती पर लंगर सेवा का आयोजन किया गया है। उपमुख्यमंत्री ने इस पुनीत अवसर पर लंगर सेवा में शामिल सभी लोगों का हार्दिक धन्यवाद भी किया। उल्लेखनीय है कि स्वर्गीय प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री न केवल एक महान शिक्षाविद् थीं, बल्कि समाज सेवा के प्रति भी गहरा समर्पण रखती थीं। उनका मानना था कि शिक्षा का उद्देश्य केवल व्यक्तिगत उन्नति तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि समाज के भले में योगदान देना भी जरूरी है। उन्होंने आस्था फाउंडेशन के माध्यम से गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा, नशा विरोधी आंदोलन, सड़क सुरक्षा अभियान और अन्य सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई।
प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री का जन्म 29 सितंबर 1968 को हुआ था, और उन्होंने 9 फरवरी 2024 को अपनी सांसारिक यात्रा पूरी की। वे हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में लोक प्रशासन की प्रोफेसर थीं और उनकी विद्वता, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक योगदान के लिए पूरे प्रदेश में सम्मानित की जाती थीं। उनके शिक्षण और शोध कार्यों का प्रदेश के शिक्षा क्षेत्र पर गहरा प्रभाव पड़ा है, जिससे अनगिनत विद्यार्थियों को प्रेरणा मिली। लंगर आयोजन में बड़ी संख्या में लोगों ने भाग लिया और समाज में सेवा और परोपकार की भावना को और अधिक सशक्त करने का संकल्प लिया।
इस अवसर पर ऊना सदर के पूर्व विधायक सतपाल रायजादा, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रणजीत राणा, सीएमओ डॉ. एस.के.वर्मा, कांग्रेस नेता संजीव सैणी, क्षेत्रीय अस्पताल में नियमित गुरु का लंगर सेवा के आयोजक मंडल के सदस्य समाज सेवी एवं वरिष्ट पत्रकार राजीव भनोट, कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।.0.
प्रख्यात शिक्षाविद स्वर्गीय प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के जन्मदिन पर मशहूर सूफी गायक लखविंदर वडाली ने हरोली में सजाई सुरों की महफिल
ऊना, 29 सितंबर प्रख्यात शिक्षाविद स्वर्गीय प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के 56वें जन्मदिन पर रविवार को हरोली के कॉलेज परिसर में आयोजित ‘एहसास’ कार्यक्रम में उनकी पुण्य स्मृतियों को नमन किया गया। प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में, सूफी गायक लखविंदर वडाली ने अपनी रूहानी गायकी से स्मृतियों के ‘एहसास’ को सुरों से महकाया और इस अवसर को हर श्रोता के लिए एक बेजोड़ आत्मिक अनुभव में बदल दिया। कार्यक्रम में प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के पति उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री, उनकी बेटी डॉ. आस्था अग्निहोत्री, और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने प्रो. सिम्मी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर भावनाओं और संवेदनाओं से भरे जनसमूह ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री को श्रद्धासुमन अर्पित किए।
इस दौरान उपमुख्यमंत्री के भाई डॉ. राकेश अग्निहोत्री समेत सभी परिजन, मंत्री राजेश धर्माणी पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष (कैबिनेट मंत्री रैंक) आर.एस.बाली, विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार, सीपीएस आशीष बुटेल, विधायक विवेक शर्मा, हरदीप बावा, सुदर्शन बबलू तथा नीरज नैयर, पूर्व मंत्री कुलदीप कुमार, पूर्व सीपीएस नीरज, पूर्व विधायक अजय महाजन, हमीरपुर से विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे डॉ पुष्पेंद्र वर्मा, जिला कांग्रेस के अध्यक्ष रणजीत सिंह राणा, प्रदेश कांग्रेस सचिव अशोक ठाकुर, जिला ओबीसी सेल के अध्यक्ष प्रमोद कुमार, कांग्रेस पार्टी नेता महेश्वर चौहान, धर्मेंद्र धामी सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारी उपायुक्त जतिन लाल, पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह समेत अन्य अधिकारियों तथा गणमान्यों व बड़ी संख्या में स्थानीय जनता और प्रदेश भर से आए लोगों ने प्रो. सिम्मी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
शिक्षा क्षेत्र में प्रो. सिम्मी की उपलब्धियां हर बच्ची के लिए प्रेरणादायक – डॉ. आस्था
हजारों विद्यार्थियों के जीवन को ज्ञान की लौ से किया आलोकित
कार्यक्रम में अपनी आदरांजलि व्यक्त करते हुए डॉ. आस्था अग्निहोत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में प्रो. सिम्मी की उपलब्धियां हर बच्ची को प्रेरणा देने वाली हैं। उनके जीवन से यह सीख मिलती है कि कोई व्यक्ति जीवन में कहां पहुंचेगा, क्या मुकाम हासिल करेगा, ये जीवन की बाधाओं में आगे बढ़ते जाने का जज्बा और आपके कर्म, संघर्ष और मेहनत तय करते हैं।उन्होंने कहा कि प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री का जीवन एक दीपक की तरह था, जिन्होंने अनगिनत जीवनों को रोशन किया। वे एक साधारण परिवार में जन्मीं, लेकिन अपनी मेहनत, संघर्ष और आगे बढ़ने के जुनून से उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में बड़ी से बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं। उन्होंने प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के निधन के बाद दुख की घडि़यों में मजबूत साथ के लिए हरोली समेत सभी हिमाचल वासियों का आभार जताया।
एक महान शिक्षाविद और सच्ची समाजसेवी थीं प्रो. सिम्मी
29 सितंबर 1968 को मंडी में जन्मीं प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री का नाम शिक्षा के आकाश में एक नक्षत्र की तरह चमकता रहेगा। वे 9 फरवरी 2024 को अपनी सांसारिक यात्रा पूरी करके माता श्री चिंतपूर्णी की दिव्य ज्योति में विलीन हो गईं। लेकिन अपने छोटे से जीवन काल में उनकी अनगिनत अकादमिक उपलब्धियां अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक मंचों पर भारतीय शिक्षा का प्रतिनिधित्व करती हैं। हरोली कॉलेज का नामकरण प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री के नाम पर करना यहां पढ़ने वाले हर विद्यार्थी के लिए ज्ञान की वृहद परंपरा से जुड़ने और असाधारण शैक्षणिक कर्तृत्व संपन्न व्यक्तित्व से जुड़ने का गौरव प्रदान करता है।उत्कृष्ट शिक्षा केंद्र की तरह विकसित किया जा रहे प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री कॉलेज हरोली में मानविकी, विज्ञान और वाणिज्य स्ट्रीम के सभी विषयों के साथ साथ बीबीए और बीसीए जैसे व्यवसायिक कोर्स और ललित कलाओं में म्यूजिक समेत अन्य विधाओं में भी डिग्री कोर्सज उपलब्ध हैं।प्रो. सिम्मी का जन्म मंडी नगर का है, बचपन से ही अध्ययनशील, विलक्षण मेधा सम्पन्न सिम्मी ने वहां राजकीय कन्या विद्यालय से स्कूली पढ़ाई और वल्लभ डिग्री कॉलेज मंडी से ग्रेजुएशन के बाद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में एमफिल और पीएचडी की। स्कूली दिनों से ही पढ़ाई में अव्वल रहने पर उन्हें स्कॉलरशिप मिलने का जो सिलसिला आरंभ हुआ वो पीएचडी पर्यंत जारी रहा।वे छोटी ही आयु में वर्ष 1998 में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पढ़ाने लगीं । बहुआयामी प्रतिभा की धनी प्रो. सिम्मी विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय सभी जगह विभिन्न क्षेत्रों में अपनी विलक्षण प्रतिभा के सशक्त हस्ताक्षर दर्ज करवाती रहीं। उनकी असाधारण अकादमिक यात्रा ने उन्हें एक आदर्श शिक्षाविद के रूप में स्थापित किया। विद्यार्थियों की चहेती, पसंदीदा टीचर, उत्कृष्ट शिक्षाविद, प्रो. सिम्मी ने अनेकों विद्यार्थियों को पीएचडी और एमफिल की रिसर्च में गाइड किया। प्रो. सिम्मी के विद्वतापूर्ण लेख और शोध पत्र न केवल शिक्षा की दुनिया में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं, बल्कि सामाजिक मुद्दों पर भी बहुत मजबूत और गहन विचार प्रस्तुत करते हैं।हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की प्रोफेसर के रूप में अपने ज्ञान और अनुभव से उन्होंने अनगिनत जीवनों को रोशन किया। विभाग की चेयरपर्सन रहते हुए उन्होंने न केवल अपने विषय में गहराई से योगदान दिया, बल्कि अपने विद्यार्थियों को भी एक नई दिशा दिखाने का काम किया, उन्होंने ज्ञान का ऐसा दीप जलाया, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा।प्रो. सिम्मी जी के विशद ज्ञान और अनुभव की अनुगूंज केवल विश्वविद्यालय तक या प्रदेश तक ही सीमित नहीं थी, उन्होंने यूजीसी के कितने ही सम्मेलनों में भाग लेकर और अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक मंचों पर अनेक बार भारतीय शिक्षा का प्रतिनिधित्व कर, भारत का नाम रोशन किया।पिछले साल उन्हें शिक्षा और शोध के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए वियतनाम इंटरनेशनल अचीवर्स अवार्ड से भी अलंकृत किया गया था। उन्हें देश की नामी संस्थाओं ने अंतरराष्ट्रीय बेस्ट टीचर अवार्ड, वूमन अचीवर अवॉर्ड और नारी शक्ति अवार्ड समेत न जाने कितने अलंकरणों से नवाजा। उनकी लिखी एक पुस्तक का विमोचन उनके निधन से कुछ दिन पहले ही माननीय राज्यपाल के कर कमलों द्वारा सम्पन्न हुआ था।ये शिक्षा क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान की ही तस्दीक है कि उनकी मृत्यु के बाद भी कई विश्वविद्यालयों द्वारा उनके लिए मानद डिग्रियां प्रदान की गईं।वे एक ऐसी सामाजिक कार्यकर्ता थीं, जिन्होंने समाज में जागरूकता की लहर पैदा की। वे आस्था फाउंडेशन के नाम से एक एनजीओ का संचालन कर रही थीं । नशे के खिलाफ आंदोलन, सड़क सुरक्षा अभियान, सामाजिक कार्य में सहभागिता तथा हर क्षेत्र में उनकी सहभागिता समाज सेवा के कार्य में उनकी लगातार सक्रियता की बानगी रहे।धर्मपत्नी के रूप में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का संबल बनीं प्रो. सिम्मी सबके लिए स्नेह, समझदारी व सीख का भंडार थीं । इरादों की ऐसी अटल कि लगातार 5 बार विधायक के रूप में रिकॉर्ड मतों से विजयी रहे श्री अग्निहोत्री की पांचों जीत में निर्णायक भूमिका निभाने वाली प्रो. सिम्मी नंगे पांव माता चिंतपूर्णी, माता ज्वालामुखी, बगलामुखी जी, शीश नवाने घर से पैदल पहुंचतीं।प्रो. सिम्मी ने अपनी इकलौती बेटी डॉ. आस्था अग्निहोत्री को जो समृद्ध संस्कार दिए, ऊंची शिक्षा दी उनका सुफल है कि वे हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से ह्यूमन राइट्स में पीएचडी तथा हेग एकेडमी ऑफ इंटरनेशनल लॉ से उच्चतर शिक्षा प्राप्त करके अपनी मां प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री की शिक्षा, ज्ञान और समाज विकास की महान परंपरा को आगे बढ़ा रही हैं। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर डॉ. आस्था प्रो. सिम्मी की तरह ही स्पष्ट सोच की एक दृढ़ व्यक्तित्व और उन्हीं की तरह मददगार हैं।.0.
ऊना : 26 सितंबर. उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने गुरुवार को तीन दिवसीय माता श्री चिंतपूर्णी महोत्सव का मेला ग्राउंड अम्ब में शुभारंभ किया। इस अवसर पर स्थानीय विधायक सुदर्शन सिंह बबलू उनके साथ रहे.उपमुख्यमंत्री ने एसडीएम अंब कार्यालय परिसर में माता श्री चिंतपूर्णी जी की पवित्र ज्योति का स्वागत किया और शोभा यात्रा में भाग लिया। उसके उपरांत उन्होंने मेला मैदान में स्थापित पंडाल में माता श्री चिंतपूर्णी जी की पूजा अर्चना की और जिलेवासियों व प्रदेशवासियों के सुख समृद्धि की कामना की. उन्होंने महोत्सव पट्टिका का अनावरण करते हुए सभी को माता श्री चिंतपूर्णी महोत्सव की शुभकामनाएं दीं.इस मौके उपमुख्यमंत्री ने महोत्सव की स्मारिका का विमोचन भी किया. उन्होंने सुख आश्रय योजना के अंतर्गत सांकेतिक तौर पर 8 लाभार्थी बच्चों को स्कूल किट भेंट कीं. बता दें प्रशासन ने महोत्सव के प्रथम दिन को सुख आश्रय दिवस के रूप में मना रहा है. उन्होंने महोत्सव आयोजन में सक्रिय सहयोग के लिए प्रशासन की ओर से माता श्री चिंतपूर्णी मंदिर के पुजारियों को भी सम्मानित किया.*विकास प्रदर्शनी का उद्घाटन* उप मुख्यमंत्री ने महोत्सव के दौरान अंब खेल मैदान में लगाई विकास प्रदर्शनी का उद्घाटन किया . उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा प्रदेश सरकार की योनजाओं, उपलब्धियों व कार्यक्रमों से संबंधित प्रदर्शनी स्टॉलों का अवलोकन भी किया।उपमुख्यमंत्री ने मेले में कुश्ती प्रतियोगिता के अवलोकन का भी आनंद लिया.इस अवसर पर पूर्व मंत्री कुलदीप कुमार, पूर्व विधायक गणेश बरवाल, जिला कांग्रेस प्रधान रंजीत राणा, प्रदेश कांग्रेस सचिव अशोक ठाकुर, जिला कांग्रेस ओबीसी सेल के अध्यक्ष प्रमोद कुमार, उपायुक्त जतिन लाल, पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह, अतिरिक्त उपायुक्त महेंद्र पाल गुर्जर, एसडीएम अंब सचिन शर्मा समेत अन्य गणमान्य उपस्थित रहे.
उप मुख्यमंत्री ने रेणुका विधान सभा क्षेत्र में किए 2.40 करोड के उदघाटन
माईना बाग में स्वर्गीय डाॅ. प्रेम सिंह की प्रतिमा का किया अनावरण
1 करोड से होगा परषुराम तालाब का संवर्धन
नाहन, 23 सितम्बर। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज जिला सिरमौर के श्री रेणुका जी विधान सभा क्षेत्र की तहसील ददाहू में 90 लाख से निर्मित ग्राम पंचायत कोटि धीमान की हरिजन बस्ती भारसरथ रहिया खाला और कियार के लिए उठाऊ जल आपूर्ति योजना और ग्राम पंचायत ददाहू के लिए 1 करोड़ 14 लाख रुपए की लागत से तैयार उठाऊ जल आपूर्ति योजना के संवर्धन एवं सुधार कार्य का शुभारंभ किया। हिमाचल प्रदेश विधान सभा के उपाध्यक्ष विनय कुमार भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
उप मुख्यमंत्री व विधान सभा उपाध्यक्ष विनय कुमार ने श्री रेणुका जी माता मंदिर में शीश नवाया और श्री रेणुका माता का आशीर्वाद लिया।
इसके उपरांत, उप मुख्यमंत्री ने माईना बाग स्थित डॉ प्रेम सिंह मेमोरियल स्टेडियम में पूर्व मुख्य संसदीय सचिव एवं रेणुका विधान सभा क्षेत्र से विधायक स्वर्गीय डॉ प्रेम सिंह की जयंती व पुण्यतिथि के अवसर पर, उनकी प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर, उप मुख्यमंत्री ने कहा की स्वर्गीय डॉ प्रेम सिंह, पूर्व में हिमाचल प्रदेश सरकार में मुख्य संसदीय सचिव व श्री रेणुकाजी विधान सभा क्षेत्र के छः बार विधायक रहे। उन्होंने स्वर्गीय डॉ प्रेम सिंह को इस अवसर पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा की श्री रेणुका जी विधान सभा क्षेत्र के विकास के लिए उनके योगदान को सदैव याद रखा जायेगा। मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश के विधान सभा उपाध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक द्वारा क्षेत्र के विकास के लिए किए जा रहे विकास कार्यों की सरहाना की। उन्होंने कहा की यह भूमि स्वर्गीय डॉ यशवंत सिंह परमार की भूमि है और यहां के लोग बहुत भाग्यशाली है कि वह डॉ यशवंत सिंह परमार, डॉ प्रेम सिंह व वर्तमान में विनय कुमार के नेतृत्व में इस क्षेत्र के विकास के साक्षी है।
उन्होंने नौहराधार में बस अड्डा व संगडाह में जल शक्ति विभाग के विश्राम गृह निर्माण की घोषणा की।
उन्होंने रेणुका विधानसभा क्षेत्र के लिए 8 करोड़ की जल जीवन मिशन योजना में से चार करोड़ रुपए की राशि तत्काल देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में 110 करोड़ की 38 पेयजल और 23 सिंचाई योजनाओं का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि अगले तीन माह में ददाहू के साथ लगती पंचायतों को भी पेयजल आपूर्ति उपलब्ध करवा दी जायेगी। उन्होंने कहा कि संगडाह से चंडीगढ़ और शिमला को पुनः बस सेवा आरंभ करने की घोषणा की। उप मुख्यमंत्री ने पशुराम मंदिर तालाब के संवर्धन के लिए एक करोड़ रुपए देने तथा स्वर्गीय डॉ प्रेम सिंह मेमोरियल स्टेडियम के संपर्क मार्ग में प्रवेश द्वार बनाने की घोषणा की।
डॉ प्रेम सिंह मेमोरियल स्टेडियम में आयोजित रक्तदान शिविर का निरीक्षण भी किया।
इससे पूर्व हिमाचल प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष विनय कुमार ने उप मुख्यमंत्री का रेणुका विधान सभा क्षेत्र आगमन पर स्वागत किया और स्वर्गीय डॉ प्रेम सिंह की प्रतिमा के आवरण के लिए भी आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उप मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के लिए रखी गई बसों, मंदिरों और जल आपूर्ति की योजनाओं संबंधी मांगों को तत्परता से स्वकृति प्रदान की है। उन्होंने अपने पिता स्वर्गीय डॉ प्रेम सिंह द्वारा किए गए विकास कार्यो का उल्लेख करते हुए कहा कि इस क्षेत्र के विकास के लिए उन्होंने अपना अभूतपूर्व योगदान दिया है और क्षेत्र में विकास को गति प्रदान की, जिस कारण उनकी लोकप्रियता इस क्षेत्र में अत्याधिक रही है।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस समिति के सचिव विनोद जिंटा, प्रदेश कांग्रेस समिति के सदस्य यश पाल चैहान और श्री रेणुका जी मंडल अध्यक्ष तिपेंदर चैहान ने भी अपने विचार प्रकट किए।
इस अवसर पर निदेशक परिवहन धर्मेंद्र धामी, मंडल महासचिव मित्र सिंह तोमर व अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिमाचली कलाकारों को दिया जा रहा अधिमान – मुकेश अग्निहोत्री
बाड़ीधार मेले को ज़िला स्तरीय करने की घोषणा
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश के कलाकारों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने सभी मेलों, महोत्सवों इत्यादि में एक रात्रि स्थानीय कलाकारों के कार्यक्रमों के लिए समर्पित करने का निर्णय लिया है।मुकेश अग्निहोत्री गत रात्रि राज्य स्तरीय सायर मेला अर्की-2024 की प्रथम सांस्कृतिक संध्या का विधिवत शुभारंभ करने के उपरांत उपस्थित जन समूह को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रमों में कुल राशि का 50 प्रतिशत हिमाचल के कलाकारों पर खर्च करने का निर्णय भी लिया गया है। यह प्रयास भी किया जा रहा है कि इन आयोजनों में सभी प्रस्तुतियां ‘लाइव’ हों।
मुकेश अग्निहोत्री ने इस अवसर पर अर्की उपमंडल के ऐतिहासिक बाड़ीधार मेले को ज़िला स्तरीय करने की घोषणा की।उन्होंने कहा कि बाड़ीधार में रोप-वे स्थापित करने के प्रस्ताव को विशेषज्ञ पैनल को प्रेषित करने के उपरांत विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार कर उचित स्तर पर मामला भेजा जाएगा।उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अर्की विधानसभा क्षेत्र में शीघ्र ही विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं का लोकार्पण किया जायेगा।
अर्की विधानसभा क्षेत्र के लिए गंभर खड्ड से महत्वाकांक्षी जल परियोजना तथा बस अड्डा अर्की को शीघ्र ही लोगों को समर्पित किया जाएगा।मुकेश अग्निहोत्री ने सभी को राज्य स्तरीय सायर उत्सव की बधाई देते हुए आशा जताई कि सायर उत्सव सभी के जीवन में मंगल एवं समृद्धि का संचार करेगा।उन्होंने कहा कि सायर उत्सव अर्की की समृद्ध परंपरा सभी के लिए अनुकरणीय है।मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि अर्की विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा एवं स्वास्थ्य क्षेत्र को सर्वोच्च अधिमान दिया जा रहा है। राजकीय महाविद्यालय अर्की में छात्रों की सुविधा के लिए अंग्रेजी और इतिहास में स्नातकोत्तर कक्षाएं आरंभ कर दी गई हैं।उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय अस्पताल अर्की में विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति कर दी गई है ताकि स्थानीय निवासियों को घर-द्वार के समीप बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त हो सकें।मुख्य संसदीय सचिव एवं अर्की के विधायक संजय अवस्थी ने कहा कि मेले, उत्सव एवं त्यौहार जन सहभागिता से ही पूर्णता को प्राप्त करते हैं। उन्होंने कहा कि भाईचारा एवं आपसी सौहार्द बनाए रखने में मेले एवं उत्सव महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।उन्होंने अर्की विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न विकासात्मक मांगों से मुख्यातिथि को अवगत करवाया।
प्रदेश कांग्रेस समिति के उपाध्यक्ष महेश्वर चौहान, नगर पंचायत अर्की के अध्यक्ष अनुज गुप्ता, पार्षदगण, खंड कांग्रेस समिति अर्की के अध्यक्ष सतीश कश्यप, कांग्रेस पार्टी के अन्य पदाधिकारी, उपायुक्त सोलन एवं सायर मेला समिति के अध्यक्ष मनमोहन शर्मा, पुलिस अधीक्षक सोलन गौरव सिंह, उपमंडलाधिकारी अर्की एवं मेला अधिकारी यादविंदर पाल, जल शक्ति विभाग के मुख्य अभियंता जोगिंदर चौहान, अधीक्षण अभियंता संजीव सोनी, प्रदेश पथ परिवहन निगम सोलन के क्षेत्रीय प्रबंधक सुरेंद्र राजपूत सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, अन्य गणमान्य व्यक्ति तथा बड़ी संख्या में लोग इस अवसर पर उपस्थित थे।.0.
सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत विदेशों में भेजे जाएंगे हिमाचल के लोक कलाकारः मुकेश अग्निहोत्री
उप-मुख्यमंत्री ने जंजैहली के चौलूथाच में तीन दिवसीय सराज टेलेन्ट एंड टूरिज्म फेस्टिवल के समापन समारोह की अध्यक्षता की
स्थानीय कामरू देवता मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए 10 लाख रुपए प्रदान करने की घोषणा
मंडी, 15 सितंबर। उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज मंडी जिला के सराज विधानसभा क्षेत्र के जंजैहली (चोलूथाच) में सिविक सेंस सोसायटी के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय सराज टेलेन्ट एंड टूरिज्म फेस्टिवल के समापन समारोह की अध्यक्षता की।
इस अवसर पर उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि सोसायटी द्वारा इस महोत्सव के माध्यम से एक बहुत अच्छा प्रयास किया गया है, जिसमें स्थानीय कलाकारों को प्राथमिकता प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि यहां के स्थानीय लोग अपनी परम्परागत वेश-भूषा और स्थानीय बोली में यहां की संस्कृति को संरक्षित करने में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार लोक संस्कृति एवं लोक मान्यताओं के संरक्षण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि पहाड़ को मान्यता एवं पहचान दिलाने तथा हिमाचल के गठन में प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. वाई.एस. परमार के प्रयासों को प्रदेशवासी कभी नहीं भूल सकते। उन्होंने पहाड़ी संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन में पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के प्रयासों को भी याद किया।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि पहाड़ की संस्कृति आपस में गहरे से जुड़ी है और विशेषतौर पर कुल्लू व मंडी जिला की संस्कृति में काफी समानताएं हैं। उन्होंने कहा कि ढाटू व टोपी हमारी पहचान हैं। आज राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिमाचली वेशभूषा प्रसिद्ध है। हमारा प्रयास है कि सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों के अंतर्गत हिमाचल के लोक सांस्कृतिक दलों को देश व विदेश में भेजा जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के बड़े मेलों में एक सांस्कृतिक संध्या स्थानीय कलाकारों के लिए समर्पित करने तथा इन कार्यक्रमों पर व्यय होने वाली राशि में से 50 प्रतिशत स्थानीय कलाकारों पर खर्च हो, ऐसे प्रयास भी भाषा संस्कृति विभाग द्वारा किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जंजैहली घाटी अपने नैसर्गिक सौंदर्य एवं मनोहारी वादियों के लिए विख्यात है। यहां के सुप्रसिद्ध शिकारी देवी मंदिर, देव विष्णु मतलोड़ा, मगरू महादेव के मंदिर अपने प्राचीन वैभव एवं अनूठी वास्तु शैली के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि यह देव स्थल इस क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ाते हैं। साथ ही शैटाधार, कमरूनाग, च्यूणी घाटी, शिकारी देवी इत्यादि मनोरम स्थल ट्रैकर्ज के लिए आकर्षण का केंद्र रहते हैं।उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार आम आदमी की भलाई के लिए कार्य करने में विश्वास रखती है। उन्होंने छतरी में जल शक्ति विभाग के विश्राम गृह तथा जंजैहली व थुनाग में बस अड्डों के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने का आश्वासन दिया। इस अवसर पर उन्होंने चौलूथाच में स्थित कामरू देवता मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए 10 लाख रुपए तथा इस तीन दिवसीय उत्सव के सफल आयोजन के लिए एक लाख रुपए आयोजक मंडल को देने की घोषणा।
मिल्क फैडरेशन के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव चेतराम ठाकुर ने उप-मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि इस उत्सव के आयोजन का उद्देश्य अपनी स्थानीय लोक संस्कृति को बढ़ावा देना है। इस तरह के आयोजन सराज विधानसभा क्षेत्र के अन्य स्थानों पर भी किए जाएंगे। इससे युवाओं को लोक संस्कृति के संरक्षण के साथ ही पर्यटन गतिविधियों से भी जोड़ने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने स्थानीय मांगों से भी उप-मुख्यमंत्री को अवगत करवाया।
उपाध्यक्ष प्रदेश कांग्रेस कमेटी महेश्वर चौहान, महासचिव प्रदेश कांग्रेस कमेटी व हिमाचल पथ परिवहन निगम के निदेशक धर्मेंद्र धामी, महासचिव प्रदेश कांग्रेस कमेटी व प्रभारी सराज विधानसभा क्षेत्र रमेश चौहान, महासचिव प्रदेश कांग्रेस कमेटी बलविंदर बबलू, अंतरिम अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी हरेंद्र सेन, ब्लॉक कांग्रेस सराज के अध्यक्ष टेक सिंह चौहान, जिला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष तरुण ठाकुर सहित कांग्रेस के विभिन्न अग्रणी संगठनों के पदाधिकारी, स्थानीय ग्राम पंचायत की प्रधान भीमा देवी, जल शक्ति विभाग के प्रमुख अभियंता धर्मेंद्र गिल, मुख्य अभियंता मध्य जोन उपेंद्र वैद्य, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर चंद्र, एसडीएम थुनाग अमित कलथैक, जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता संदीप सहित विभिन्न विभागों के उच्च अधिकारी व अन्य गणमान्य इस अवसर पर उपस्थित थे। -0-
उप-मुख्यमंत्री ने थुनाग में जल शक्ति विभाग के तहत 7.65 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का किया शिलान्यास
सराज क्षेत्र में जल शक्ति विभाग के माध्यम से विकास कार्यों पर व्यय किए जा रहे 144 करोड़ रुपएः मुकेश अग्निहोत्री
उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज सराज विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत लम्बाथाच एवं रोड के लिए 4.41 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से निर्मित होने वाली उठाऊ सिंचाई योजना हलीन व बलैण्ढा का शिलान्यास किया। उन्होंने ज्वाल खड्ड व बगस्याड नाला के बाढ़ नियंत्रण कार्य का भी शिलान्यास किया, जिस पर लगभग 3.24 करोड़ रुपए व्यय किए जाएंगे।
इस अवसर पर मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार सभी क्षेत्रों के समान विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि हलीन व बलैंढा योजनाएं डेढ़ वर्ष में जबकि बाढ़ नियंत्रण कार्य आगामी एक वर्ष में पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सराज विधानसभा क्षेत्र में जल शक्ति विभाग के थुनाग मंडल के माध्यम से वर्तमान में लगभग 144 करोड़ रुपए व्यय किए जा रहे हैं। क्षेत्र में 57 करोड़ 59 लाख रुपए की 16 पेयजल योजनाएं तथा लगभग 59 करोड़ 33 लाख रुपए की 10 सिंचाई योजनाएं चल रही हैं। इसके अतिरिक्त नाबार्ड तथा एसडीएमएफ के तहत बाढ़ नियंत्रण कार्यों पर 15.11 करोड़ रुपए व्यय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जंजैहली एवं थुनाग में मल निकासी योजनाओं पर लगभग 12.30 करोड़ रुपए व्यय किए जा रहे हैं। इसे अतिरिक्त थुनाग मंडल के तहत करसोग क्षेत्र में भी दो पेयजल योजनाओं पर 11.18 करोड़ रुपए की राशि व्यय की जा रही है। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत सराज क्षेत्र में लगभग 34 हजार नल लगाए गए हैं।
उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार बिना किसी भेदभाव के सभी क्षेत्रों के संतुलित विकास के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आज वे नेता प्रतिपक्ष के गृह क्षेत्र में आए हैं और यहां भी विकास कार्यों की गति कम नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पिछले कार्यकाल में वे नेता प्रतिपक्ष रहे और उस समय भाजपा सरकार को सत्ताच्युत करने का संकल्प लिया और इसे पूरा भी किया। यही हमारे लोकतंत्र की खूबी है। लोकसभा चुनावों में 400 पार का नारा 240 तक सिमट गया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक विरोध नीतियों एवं विचारधारा तक ही सीमित रहना चाहिए, इसी सोच के साथ वर्तमान प्रदेश सरकार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रहने वाले सभी लोगों में आपसी भाईचारा व सद्भावना बनी रहनी चाहिए। हाल ही में हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कानून के दायरे में रहकर ही कार्य करेंगे।
उन्होंने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन के ध्येय से कार्य कर रही प्रदेश सरकार ने सहकारी विभाग का पूर्ण कम्प्यूटरीकरण करने का निर्णय लिया है। इससे सहकारिता क्षेत्र में होने वाली धांधलियों पर रोक लगेगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल सहकारिता आंदोलन का जनक रहा है और यहां बैंकिंग, बुनकर, दुग्ध उत्पादन, परिवहन, शिक्षा तथा अन्य विभिन्न क्षेत्रों में सहकारी समितियां उत्कृष्ट कार्य कर रही हैं। प्रदेश सरकार हर स्तर पर सहकारिता गतिविधियों को बढ़ावा दे रही है।
इस अवसर पर मिल्क फैडरेशन के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव चेतराम ठाकुर ने उप-मुख्यमंत्री का स्वागत किया और इन विकास कार्यों के शिलान्यास के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने क्षेत्र की विभिन्न मांगों से भी उन्हें अवगत करवाया। कांग्रेस बुद्धिजीवी सेल के अध्यक्ष विजय पाल सिंह ने भी जनसभा को संबोधित किया।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष प्रदेश कांग्रेस कमेटी महेश्वर चौहान, महासचिव प्रदेश कांग्रेस कमेटी व हिमाचल पथ परिवहन निगम के निदेशक धर्मेंद्र धामी, महासचिव प्रदेश कांग्रेस कमेटी व प्रभारी सराज विधानसभा क्षेत्र रमेश चौहान, प्रदेश महासचिव महेंद्र ठाकुर, अंतरिम अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी हरेंद्र सेन, ब्लॉक कांग्रेस सराज के अध्यक्ष टेक सिंह चौहान, जिला युवा कांग्रेस के अध्यक्ष तरुण ठाकुर, सराज युकां के अध्यक्ष गोपाल सहगल, लीलाधर चौहान सहित कांग्रेस के विभिन्न अग्रणी संगठनों के पदाधिकारी, स्थानीय ग्राम पंचायत के प्रधान धनेश्वर सिंह, जल शक्ति विभाग के प्रमुख अभियंता धर्मेंद्र गिल, मुख्य अभियंता मध्य जोन उपेंद्र वैद्य, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर चंद्र, एसडीएम थुनाग अमित कलथैक, जल शक्ति विभाग के अधिशाषी अभियंता संदीप सहित विभिन्न विभागों के उच्च अधिकारी व अन्य गणमान्य उपस्थित थे।
उपमुख्यमंत्री ने ऊना जिले में आलू आधारित आर्थिकी को प्रोत्साहित करने पर दिया जोर
बोले…सरकार आलू आधारित आर्थिकी के लिए बनाएगी मजबूत व्यवस्था
पूबोवाल में वन महोत्सव में की शिरकत, रोपी हरियाली ऊना, 14 सितंबर. उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने ऊना जिले में आलू आधारित आर्थिकी को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए कहा कि सरकार इसके लिए ठोस कदम उठाएगी। उन्होंने उपायुक्त ऊना को आलू की खरीद और बिक्री के लिए एक सुदृढ़ तंत्र विकसित करने हेतु विस्तृत अध्ययन कर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह हिमाचल में सेब आधारित आर्थिकी को सफलता मिली है, उसी तरह ऊना में आलू आधारित आर्थिकी के लिए भी संभावनाएं हैं। शनिवार को ऊना जिले के हरोली के पूबोवाल गांव में आयोजित 75वें वन महोत्सव के अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि ऊना के किसान बड़े पैमाने पर आलू की खेती करते हैं और यहां आलू की बंपर पैदावार होती है। सरकार मजबूत व्यवस्था बना कर आलू आधारित आर्थिकी तंत्र विकसित करने का काम करेगी। उन्होंने हरोली के बीत क्षेत्र में किसानों के खेतों की संपूर्ण बाड़बंदी की दिशा में भी निर्णायक कदम उठाने की प्रतिबद्धता जताई। तालाबों को समतल बनाने की नहीं मिलेगी अनुमति उपमुख्यमंत्री ने प्रशासन को किसी को भी तालाबों को मिट्टी से भरकर समतल करने की अनुमति न देने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि तालाबों में जल भराव क्षेत्र की जलस्तर गिरावट की समस्या से निपटने के लिए अहम है, इसलिए तालाबों का संरक्षण आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हरोली विस में तालाबों की रिर्चाजिंग पर 12 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं। पूबोवाल साइट के लिए बने मास्टर प्लान
2 करोड़ से होगा तालाब का सौंदर्यीकरण, चंडीगढ़ के 17 सेक्टर की तर्ज पर लगेगा भव्य फाउंटेन मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि 2 करोड़ रुपये खर्च करके पूबोवाल तालाब के सौंदर्यीकरण का कार्य किया जाएगा। तालाब के पानी की साफ सफाई और गांव की जल निकासी का शोधन करके पानी तालाब में डालने की व्यवस्था के लिए वैज्ञानिक तरीके से काम किया जा रहा है। इसमें विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। उन्होंने कहा कि इसे एक ऐसे मनोरम स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा, जहां लोगों के लिए सैर करने, मनोरंजन और बच्चों के लिए खेल के इंतजाम हों। यहां चंडीगढ़ के 17 सेक्टर की तर्ज पर एक भव्य फाउंटेन भी लगाया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को पूबोवाल तालाब के साथ के क्षेत्र के विकास के लिए मास्टर प्लान बनाने के निर्देश दिए। बीत क्षेत्र के लिए 75 करोड़ की सिंचाई योजना उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 75 करोड़ रुपये ये बीत क्षेत्र में सिंचाई योजना-2 बनाने का काम किया जा रहा है। इससे पहले बीत क्षेत्र सिंचाई योजना-1 के जरिए सिंचाई सुविधा के स्तरोन्नयन का काम किया गया है। दूसरी योजना बनने से यहां हर खेत को पानी पहुंचाने का लक्ष्य हासिल किया जाएगा। इससे किसानों को बड़े पैमाने पर लाभ होगा। उन्होंने कहा कि एक समय ऐसा भी था जब बीत क्षेत्र में पत्थरीली जमीन होने के कारण सब्जियों की पैदावार न के बराबर थी। लेकिन अब बेहतर सिंचाई सुविधा के चलते यहां किसान हर तरह की सब्जियों की खेती कर लाभान्वित हो रहे हैं। हरोली में खुलेगा बस डिपो
सड़कों-पुलों के निर्माण-विस्तार पर खर्चे जा रहे 70 करोड़ उपमुख्यमंत्री ने कहा कि जल्द ही हरोली में बस डिपो खोला जाएगा। इसके अलावा हरोली में नए बस अड्डे का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरोली विधानसभा में विभिन्न सड़कों के सुधार और विस्तार कार्य तथा पुलों के निर्माण पर 70 करोड़ रुपये व्यय किए जा रहे हैं। यह परियोजनाएं क्षेत्र की भविष्य की यातायात आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए की जा रही है और इससे लोगों को सीधा लाभ होगा। इनमें पंडोगा बैरियर से पंजावर तक की 9 किलोमीटर सड़क के सुधार और विस्तार कार्य पर 11.10 करोड़ रुपये, पंजावर-बाथड़ी रोड़ पर भदसाली से बढेड़ा सड़क के कार्य पर 12.25 करोड़, पंजावर-बाथड़ी से सलोह-बढेड़ा के साढे 8 किलोमीटर रोड़ पर 9.46 करोड़, हरोली से पालकवाह तक की 5 किलो सड़क पर 6.50 करोड़, नंगल खुर्द-चांदपुर की साढ़े 5 किलोमीटर लंबी सड़क पर 6.05 करोड़ रुपये खर्चे जाएंगे। इसके अलावा चांदपुर खड्ड पर करीब 4.87 करोड़ और हरोली खड्ड पर 5.75 करोड़ रुपये से दो पुलों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के लिए नाबार्ड में 2 सड़कों को मंजूरी मिली है। इनमें लिंक रोड़ श्री गिड़गिड़ासाहब से टाहलीसाहब और लिंक रोड़ मेन रोड़ से बाबा भरथरी मंदिर तथा किन्नू मुहल्ला पंजुआणा-बालीवाल सड़क पर 4 करोड रुपये और लिंक रोड़ गोंदपुर बैहली से बाथी गुरपलाह पर 11.77 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। प्लेटों पर नाम से नहीं बल्कि काम से याद रखते हैं लोग उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वे नाम की प्लेटें लगवाने में विश्वास नहीं रखते। लोग प्लेटों पर नाम से नहीं बल्कि काम से याद रखते हैं। हरोलीवासी गवाह हैं कि जो विकास के काम यहां हुए हैं वे एक मिसाल हैं। उन्होंने कहा कि विकास योजनाओं पर चाहे कोई भी नाम लगा दे, लेकिन जनता सच्चाई जानती है। हरोली-रामपुर के बीच बने प्रदेश के सबसे लंबे पुल पर बीजेपी ने भी अपनी नाम की प्लेट लगाई है, लेकिन जब भी इस पुल की चर्चा होगी, लोग उन्हें ही याद करेंगे। उन्होंने बताया कि इस पुल के लिए 52 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए थे, हमने किफायती और शानदार काम करते हुए 32 करोड़ रुपये में पुल बना दिया, सरकार कोे 20 करोड़ की बचत कराई। हरोली अस्पताल में और उन्नत होंगी स्वास्थ्य सेवाएं उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हरोली में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ करने का काम किया गया है। हरोली अस्पताल को 50 से 100 बिस्तर का करने के साथ ही वहां 12 डॉक्टर तैनात किए गए हैं । अस्पताल में जल्द ही 6 और डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी। बच्चों के जन्म पर लगाएं पौधा उपमुख्यमंत्री ने बेटी डॉ. आस्था अग्निहोत्री के साथ वन महोत्सव के अवसर पर पौधारोपण किया तथा लोगों से पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझने का आह्वान किया। इस मौके डीसी, एसपी समेत अन्य अधिकारियों और गणमान्य जनों ने भी पौधे रोपे। उपमुख्यमंत्री ने लोगों से पौधारोपण को अपने जीवन से जोड़ने की अपील की। बच्चे के जन्म पर पौधा लगाएं, जब वे स्कूल में दाखिल हों तब भी उनके नाम पर पौधा लगाएं। इससे पौधों के साथ जुड़ाव और प्रकृति से अपनापन होगा। इस मौके उपायुक्त जतिन लाल ने अपने संबोधन में लोगों से पौधारोपण की अहमियत समझने तथा अपना दायित्व पहचानने की अपील की। उन्होंने इस मुहिम को जन आंदोलन बनाने और सभी से इसमें भागीदारी निभाने का आग्रह किया। इस अवसर पर कंजर्वेटर फॉरेस्ट निशांत मंढोत्रा ने कहा कि वन महोत्सव हमें वनों और प्रकृति से जुड़ने का अवसर देता है। उन्होंने कहा कि ऊना जिले में पौधारोपण मुहिम में 3 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। लोगों को स्कूलों, स्वयं सहायता समूह और पंचायतों के माध्यम से 1 लाख 5 हजार पौधे वितरित किए गए हैं। डीएफओ सुशील राणा ने पौधारोपण मुहिम के तहत ऊना जिले में किए प्रयासों की जानकारी दी। कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित डेरा बाबा श्रीचंद जी के बाबा संतोष दास बिट्टू ने भी वन महोत्सव के अवसर पर अपने विचार रखे और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जनभागीदारी पर बल दिया। ये रहे उपस्थित कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री की सुपुत्री डॉ. आस्था अग्निहोत्री, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रणजीत राणा, प्रदेश कांग्रेस सचिव अशोक ठाकुर, जिला कांग्रेस ओबीसी सेल के अध्यक्ष प्रमोद कुमार, कांग्रेस के लीगल सेल के चेयरमैन वीरेंद्र मनकोटिया, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष धर्म चंद चौधरी, हरोली कांग्रेस के एससी सेल के अध्यक्ष यशपाल, पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह समेत अन्य अधिकारी तथा स्थानीय लोग उपस्थित रहे। .0.